सुगर-बीपी के मरीजों को दवा के लिए अब अधिक पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं. कारण हाल के कुछ माह में दवा कंपनियों ने बीपी-शुगर दी दवाओं की कीमत बढ़ा दी है. दवा दुकान संचालकों के अनुसार खासकर शुगर, बीपी की दवाओं में पिछले छह माह में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है. शुगर के इंजेक्शन के दाम 80 से 120 रुपये तक बढ़ गये हैं. वहीं दूसरी दवाओं के दाम भी 10-20 रुपये तक बढ़ गयी है. ऐसे में लोगों को दवा के लिए अब अधिक खर्च करना पड़ रहा है.
जिले में चार लाख मरीज बीपी-शुगर से ग्रसित :
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार धनबाद की लगभग 14 प्रतिशत आबादी बीपी-सुगर से पीड़ित है. 28 लाख की आबादी में लगभग चार लाख लोग बीपी-शुगर से ग्रसित हैं. यह रोज बीपी-शुगर की दवाएं खा रहे हैं. दवा की कीमत बढ़ने से उनपर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है.इन दवाओं की कीमत बढ़ी :
फीवर, इंफेक्शन, हाई ब्लड प्रेशर, स्किन रोग, एनीमिया के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं के दाम बढ़े हैं. इसमें पैरासिटामोल, फेनोबार्बिटोन, फिनाइटोइन सोडियम, एजिथ्रोमाइसिन, सिप्रोफ्लोक्सासिन हाइड्रोक्लोराइड व मेट्रोनिडाजोल, एमिकासिन, बेडाक्विलिन, क्लैरीथ्रोमाइसिन, एंटीकॉन्वेलेंट्स जैसे क्लोबजम, डायजेपाम, लॉराजेपम, शुगर की दवाई मेटफॉर्मिन, लिनाग्लिप्टिन व सिटाग्लिप्टिन, डिक्लोफेनाक, इबुप्रोफेन, मेफेनामिक एसिड, मॉर्फिन, एमिकासिन आदि. कई दवा कंपनियां सरकार के नियंत्रण से बाहर : स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार केंद्र सरकार के पास वर्तमान में इन दवाओं को बनाने वाली 348 कंपनियों पर नियंत्रण हैं. कई ऐसी कंपनियां हैं, जिस पर सीधे नियंत्रण नहीं है. लिहाजा ऐसी कंपनियां दाम बढ़ा रही हैं. नियमानुसार जीवन रक्षक दवाएं व दीर्घ काल तक चलने वाली दवाओं की कीमत अचानक नहीं बढ़ाई जा सकती.दवाओं के नाम- पहले- अब
सिलाकार- 20- 128- 140ग्लाइइसीफेज पीजी- 75- 82.45
वोलिबी 02- 80- 87.75जायलोरिक 100- 19.26- 20.76
शैलकाल 500- 82- 105नोवारेपिड फ्लैक्स पैन (इंजेक्शन)- 720- 792
कोलपोल- 28.6- 33.6बिकोसूल- 50- 55मेटफोरमिन- 38- 46
न्यूरोकाइंड गोल्ड- 24- 28अमोक्सिसिलीन पोटासियम-185-240डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है