Train Accident: गुरुवार को चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन में बैठे लोगों ने सोचा भी नहीं होगा की आराम और चैन का यह सफर जल्द ही चीख पुकार में बदल जाएगा. सुकून से सफर कर रहे लोग जान बचाने के लिए दौड़ते भागते नजर आएंगे. गुरुवार को चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ साप्ताहिक एक्सप्रेस में कुछ ऐसा ही दृश्य दिखा जो किसी को भी विचलित कर दे. डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन की आठ बोगियां पटरी से उतरी तो हर तरफ बदहवासी नजर आया… बिखरे पड़े सामान के बीच चीख पुकार करते लोग नजर आये. हादसे के बीच भीड़ में हर शख्स अपनों की तलाश में जुटा दिखा.
Chandigarh Dibrugarh Express accident या साजिश! लोको पायलट ने कही यह बात
डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस ट्रेन की आठ बोगियों पटरी से उतर गई. पूर्वोत्तर रेलवे के गोंडा-गोरखपुर रेल खंड पर मोतीगंज और झिलाही रेलवे स्टेशनों के बीच गुरुवार की दोपहर चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ साप्ताहिक एक्सप्रेस ट्रेन के आठ डिब्बे बेपटरी हो गये.
पटरियों से कुछ दूरी पर लोगों की अटैचियां और सामान बिखरे पड़े थे. बोगियों से बचकर बाहर निकले कुछ लोग बदहवास से पटरियों के पास ही बैठे दिखे, तो कई लोग अपनों को ढूंढते नजर आए. बच गए लोगों को बस एक ही फिक्र थी कि उसके अपने सुरक्षित हैं या नहीं. इस हादसे में अब तक दो लोगों की मौत हो गई है. वहीं 20 के करीब लोग घायल हुए हैं. जिलाधिकारी डॉ. नेहा शर्मा ने इसकी पुष्टि की है.
हादसे से पहले ट्रेन के कुछ यात्री दोपहर के भोजन के बाद आराम कर रहे थे, वहीं अन्य लोग आने वाले स्टेशन पर उतरने की तैयारी में थे. इसी दौरान मोतीगंज इलाके में यात्रियों को जोरदार झटका लगा और उसके आठ डिब्बे पटरी से उतर गए.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के बात करते हुए एक यात्री ने बताया कि हम लोग चंडीगढ़ से सीवान जा रहे थे. बोगी नंबर बी-1 में मेरी 10 और 16 नंबर सीट थी. यहां पर ट्रेन एकदम से पटरी से उतर गई, जिसकी वजह से ट्रेन पलट गई और अनेक लोगों को चोटें लगी हैं. यहीं हाल दूसरी बोगियों का भी था. ट्रेन के बी2 कोच में यात्रा कर रहे एक यात्री ने बताया कि वो खिड़की के पास अपनी सीट पर बैठा था कि अचानक तेज आवाज सुनाई दी . जोर का झटका लगा और वो ट्रेन की जमीन पर गिर गया.
चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही पैसेंजर ट्रेन दोपहर एक बजकर 58 बजे गोंडा स्टेशन से गुजरी. अगला स्टॉपेज बस्ती था, लेकिन मोतीगंज रेलवे स्टेशन से गुजरने के कुछ ही देर बाद ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतर गए. राहत और बचाव कार्य के लिये मौके पर पहुंचे बचावकर्मी हादसे के कारण टेढ़ी हो चुकी बोगियों में लोगों को तलाश करते नजर आये.
ट्रेन में यात्रियों के साथ कई बच्चे और महिलाएं भी सफर कर रही थीं. बोगी के पटरी से उतरने और बाईं ओर गिरने की तेज आवाज के बाद यात्रियों खासकर बच्चों के चीखने की आवाजें सुनाई दीं.बोगी के पलटते ही कोच धूल से भर गया और चारों तरफ अंधेरा छा गया. यात्रियों ने बताया कि उन्हें बस एक दूसरे की चीखें ही सुनाई दे रही थी.