फादर रामू विंसेंट मिंज की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना सभा सह मिस्सा पूजा हुई
संत पात्रिक गुमला के कब्र में दफनाया गया शव
गुमला
. संत पात्रिक हाइस्कूल गुमला के पूर्व एचएम फादर रामू विंसेंट मिंज की आत्मा की शांति के लिए संत पात्रिक महागिरजाघर गुमला में गुरुवार को प्रार्थना सभा सह मिस्सा पूजा हुई. मुख्य अनुष्ठाता गुमला धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष बिशप लीनुस पिंगल एक्का ने धर्मविधियों के बीच मिस्सा पूजा करायी और स्व फादर रामू विंसेंट मिंज की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. मौके पर बिशप ने कहा कि जन्म व मरण जीवन का एक सत्य है. यदि हम इस दुनियां में आये हैं, तो एक न एक दिन हमें इस दुनियां से चले जाना होगा. दुनिया में आने वाले छोटे-बड़े, साधु या सन्यासी, ज्ञानी या बुद्धिमान, संत या महात्मा, अच्छे या बुरे लोगों को इस दुनिया से जाना ही पड़ेगा. बिशप ने कहा कि कहा जाता है कि जरूरत के अनुसार महापुरुषों का जन्म होता है. जब-जब दुनिया में किसी प्रकार की परेशानी आयी है, तब-तब ईश्वर ने किसी न किसी व्यक्ति के रूप में अवतार लेकर समस्या का समाधान किया है. बिशप ने कहा कि फादर रामू विंसेंट मिंज पर भी यह कहावत बहुत ही सटीक जान पड़ती है. फादर रामू ने गुमला धर्मप्रांत व संत पात्रिक स्कूल के लिए जो किया है. शायद उसे करने के लिए कई युग लग जाते. फादर रामू ने उसे अपने जीवन काल के थोड़े ही समय में कर डाला. आज गुमला धर्मप्रांत उनके द्वारा किये गये कार्यों के प्रति कृतज्ञ है. ऐसे लोग जब इस दुनिया से चले जाते हैं, तो दुख होता है. मिस्सा पूजा के बाद संत पात्रिक कब्रिस्तान में स्व फादर रामू विंसेंट मिंज के पार्थिव शरीर को दफनाया गया. मौके पर विधायक भूषण तिर्की, वीजी फादर एम्मानुवेल कुजूर, पल्ली पुरोहित फादर जेरोम एक्का, फादर नीलम, फादर नबोर मिंज, फादर सामुवेल कुजूर, फादर सिप्रियन, फादर मुनसन बिलुंग, फादर अगस्तुस कुजूर, फादर पात्रिक खलखो, फादर मनोहर खोया, फादर वीरेंद्र तिर्की, फादर प्रफुल्ल, फादर सिविल, फादर विलियम लकड़ा, फादर फुलजेंस, फादर रंजीत, फादर मतियस टोप्पो, फादर समीर डुंगडुंग, फादर जेवेरियानुस किंडो, फादर सिरिल कुल्लू, फादर अंथ्रेस लकड़ा, फादर इग्नेस, फादर जेफ्रेनियुस तिर्की, फादर कुलदीप, फादर अमृत मिंज, फादर पॉल केरकेट्टा, फादर नवीन कुल्लू, फादर जोर्ज, फादर अगुस्टीन कुजूर, फादर अरविंद कुजूर, सिस्टर मारिया स्वर्णलता कुजूर, सिस्टर हिरमिला, सिस्टर ललिता, सिस्टर मेरी डांग, सिस्टर अन्ना मेरी, सिस्टर एमेल्दा सोरेन, सिस्टर मंगला, सिस्टर अजीता टेटे, सिस्टर निर्मला एक्का, सिस्टर अनुरंजना, सिस्टर मधुरिमा, सिस्टर जेमा रोस मिंज, सिस्टर निर्मला स्टेला लकड़ा, सिस्टर आभा किशोरी एक्का, सिस्टर मंगला मिंज, सिस्टर कुमुदनी, सिस्टर मधुरा, सिस्टर लिमंत, सिस्टर सुमित्रा, सिस्टर नीतू, सिस्टर मंजेला, सिस्टर जसिंता, सिस्टर गुलाब, सिस्टर अनिला, सिस्टर शालिनी, धर्मप्रांतीय काथलिक सभा अध्यक्ष सेत कुमार एक्का, दामिएन तोपनो, त्योफिल खलखो, नीलम प्रकाश लकड़ा, फ्रांसिस गुप्ता, हिलारूस लकड़ा, चंदन मिंज, प्रेम एक्का, किशोर तिर्की, अध्यक्ष फ्लोरा मिंज, सचिव जयंती तिर्की, दिव्या सरिता मिंज, रजनी कुजूर, रजनी पुष्पा तिर्की, इरीना मिंज, विद्यानी लकड़ा, सेबेस्तियानी कुजूर, ज्योति सुमिता, मर्सिला खेस, मंजुला केरकेट्टा, अलमा खेस, सुमित तिग्गा आदि मौजूद थे.शिक्षा व खेल को दी ऊंचाई : विधायक
विधायक भूषण तिर्की ने कहा है कि फादर रामू विंसेंट मिंज गुमला के लिए वरदान थे. उन्होंने शिक्षा व खेल को एक ऊंचाई दी. एक समय में संत पात्रिक स्कूल खपरैलनुमा हुआ करता था. परंतु अपनी लगन व सोच से उन्होंने स्कूल को बुलंदी तक पहुंचाया. इतना ही नहीं वे खेल के बारे में सोचते रहते थे. सुब्रतो मुखर्जी कप में स्कूल कई बार विजया हुआ. उनको युग-युग तक याद किया जाता रहेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है