सुरक्षा उपायों की तत्काल आवश्यकता पर जोर
सभी रेलवे मार्गों पर स्वचालित ट्रेन टक्कर सुरक्षा प्रणाली (कवच) लगाये जाने की वकालत
संवाददाता, कोलकाता
तृणमूल सांसदों ने उत्तर प्रदेश में चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस के पटरी से उतरने की घटना को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की है. उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में गुरुवार को चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही एक ट्रेन के आठ डिब्बे मोतीगंज तथा झिलाही स्टेशनों के बीच पटरी से उतर गये. इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गयी तथा 20 अन्य घायल हो गये.
पार्टी की राज्यसभा सदस्य एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा कि रेलवे अब सुरक्षित नहीं है. तृणमूल कांग्रेस की कृष्णानगर से सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि रेलवे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार के 10 वर्ष के कार्यकाल के बाद रेलवे ‘आपातकालीन कक्ष’ में पहुंच चुका है. मोइत्रा ने सुरक्षा उपायों की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया और सभी रेलवे मार्गों पर स्वचालित ट्रेन टक्कर सुरक्षा प्रणाली (कवच) लगाये जाने की वकालत की. घाटाल के सांसद व तृणमूल नेता देव ने ‘एक्स’ पर कहा, ‘एक और रेलगाड़ी पटरी से उतर गयी. इस बार चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस! करोड़ों आम लोगों के लिए यात्रा का प्राथमिक साधन भारतीय रेल अब सुरक्षित नहीं रही.’
उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. पश्चिम बंगाल में 17 जून को कंचनजंगा एक्सप्रेस के तीन डिब्बे एक मालगाड़ी से टकराने के बाद पटरी से उतर गये थे, जिससे 10 लोगों की मौत हो गयी थी और लगभग 40 अन्य घायल हो गये थे.
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