Menstruation Cycle: पीरियड्स यानी माहवारी सभी महिलाओं की लाइफ का एक अभिन्न हिस्सा है जो हर महीने अपने समय पर आता है. इस दौरान महिलाओं को कई सारी परेशानियों से भी गुजरना पड़ता है. 12 से 15 साल के बीच पीरियड्स आना शुरू हो जाते हैं और एक उम्र के बाद यह माहवारी भी बंद हो जाते हैं. अगर आप जानना चाहते हैं कि महिलाओं में पीरियड्स आना किस उम्र में बंद हो जाते हैं तो चलिए विस्तार से इसपर बात करते हैं.
पीरियड किस में उम्र आना बंद होता है?
डॉक्टर्स का कहना है कि पीरियड यानी कि माहवारी 45 की उम्र से लेकर 55 वर्ष की आयु के बीच आना बंद हो जाता है. पीरियड्स ऐसे ही अचानक बंद नहीं होता है पहले पीरियड आना कम होता है इसके बाद धीरे-धीरे बंद हो जाते हैं. पीरियड्स बंद होना यानी कि मेनोपॉज के समय में महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव भी होते हैं. पीरियड्स बंद हो जाने के बाद बच्चा कंसीव भी नहीं हो पाता है.
क्या है मेनोपॉज यानी पीरियड बंद होने का लक्षण
कुछ महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान हर 3 सप्ताह के अंदर पीरियड होता है लेकिन यह कई सालों तक चल सकता है जिसके बाद मासिक धर्म हमेशा के लिए बंद हो जाता है. मेनोपॉज यानी पीरियड्स बंद होने के लक्षणों की बात करें तो महिला को रात में पसीना आना शुरू हो जाता है, बार-बार मूड स्विंग होने लगता है. हर बात पर चिड़चिड़ाहट, स्ट्रेस, हॉट फ्लेशेज लक्षण देखने को मिलता है. पीरियड्स बंद होने के शुरुआती दौर में वजन बढ़ने लगेगा, बार-बार यूरिन होगा.
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पीरियड्स बंद होने पर होने वाली गंभीर बीमारियां?
पीरियड्स बंद होने के बाद महिलाओं में कई तरह की रोग होने की संभावना बढ़ जाती है. पीरियड बंद होने के बाद महिलाओं में दिल की बीमारी, शुगर, अस्थमा, हड्डियों से जुड़ी समस्या, स्तन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां का खतरा बढ़ जाता है.
बीमारी से बचाव के लिए सरकार, डॉक्टर और समाज सबकी बराबर जिम्मेदारी
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.