West Bengal : पश्चिम बंगाल में पहली बार चुनावों में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को राज्य सरकार की ओर से विशेष भत्ता प्रदान किया जायेगा. हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के बाद राज्य सरकार की ओर से यह घोषणा की गयी है. बताया गया है कि यह पहली बार है कि जब राज्य में इस प्रकार का भत्ता दिया जा रहा है. अब तक, केवल रिटर्निंग ऑफिसर या सहायक रिटर्निंग ऑफिसर को ही यह भत्ता मिलता था, लेकिन राज्य सरकार ने इसे बदलने का फैसला किया है.
राज्य सरकार ने मंजूर किये 31 करोड़
पश्चिम बंगाल पुलिस ने उक्त भत्ते के लिए 31 करोड़ रुपये से ज्यादा की मंजूरी दी है. कोलकाता पुलिस के करीब 100 अधिकारियों को करीब 10 लाख रुपये मिलेंगे. वहीं, बंगाल में डीजी स्तर तक के पुलिस स्टेशनों के प्रभारी अधिकारी को मानदेय के रूप में एक महीने का मूल वेतन मिलेगा, जबकि पुलिस कांस्टेबल से नीचे के अधिकारियों और अन्य को 7,500 रुपये मिलेंगे. भाजपा नेता लॉकेट चटर्जी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस सरकार निश्चित रूप से पुलिस को पुरस्कृत करेगी, क्योंकि पुलिस ने चुनाव परिणाम को बेहतर बनाने में उनकी मदद की है
Mamata Banerjee : ममता बनर्जी सरकार की अनूठी पहल, बेरोजगाराें को अब मिलेगा रोजगार
भाजपा ने तृणमूल सरकार पर किया कटाक्ष
पुलिस के बिना, उन्हें इतनी सीटें नहीं मिलतीं. यही वजह है कि वे पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत कर रहे हैं. भाजपा की विधायक अग्निमित्रा पॉल ने भी कहा कि इस कदम का उद्देश्य उन पुलिस अधिकारियों को पुरस्कृत करना है, जिन्होंने पिछले चुनाव में तृणमूल के कैडर के रूप में काम किया. बंगाल पुलिस झूठे मामले दर्ज करती है. वह तृणमूल नेताओं के बीच आंतरिक विवादों को सुलझाने के लिए बिचौलिये का काम करती है. पुलिस चुनावी मशीनरी है, जो तृणमूल को कोई भी चुनाव जीतने में मदद करती है. यहां की पुलिस विपक्ष का समर्थन करने वाले मतदाताओं को भी धमकाती है.