Bodh Gaya Tourist Season: श्रीलंका की हाइ कमिश्नर कशेनुका सेनेविरतने ने महाबोधि मंदिर में पूजा-अर्चना कर देश-दुनिया के लिए शांति की कामना की. हाइ कमिश्नर ने पहली मर्तबा बोधगया व महाबोधि मंदिर का भ्रमण-दर्शन करने पर प्रसन्नता जाहिर की व उम्मीद जतायी कि नवंबर में यहां आयोजित चीवरदान समारोह में भी वह शामिल हो सकतीं हैं.
महाबोधि विहार में की पूजा अर्चना
इस अवसर पर उन्होंने महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया यानी श्रीलंका बौद्ध मठ परिसर स्थित जयश्री महाबोधि विहार में भी पूजा-अर्चना की व बौद्ध भिक्षुओं के साथ श्रीलंकन मठ की व्यवस्था को लेकर विमर्श किया. श्रीलंकन हाइ कमिश्नर के बोधगया आगमन पर महाबोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया के जनरल सेक्रेटरी पी शिवली थेरो, बोधगया स्थित श्रीलंका बौद्ध मठ के भिक्षु इंचार्ज वेन गनानसिरी थेरो सहित अन्य भिक्षु मौजूद थे.
बोधिवृक्ष का भी किया दर्शन
महाबोधि मंदिर के गर्भगृह में पूजा-अर्चना के बाद हाई कमिश्नर ने पवित्र बोधिवृक्ष का दर्शन किया व कुछ देर तक ध्यान लगाया. महाबोधि मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से बीटीएमसी के सदस्य किरण लामा ने हाइ कमिश्नर को बोधि पत्ता व मेमेंटो भेंट कर स्वागत किया.
बोधगया के पर्यटन सीजन का होगा आगाज
तथागत की ज्ञानभूमि बोधगया में बौद्ध श्रद्धालुओं की आवाजाही का सिलसिला अगले महीने से शुरू हो जायेगा. श्रीलंका के श्रद्धालुओं के बोधगया आगमन के साथ ही बोधगया का पर्यटन सीजन का आगाज हो जाता है. 15 अगस्त के बाद से श्रीलंकन श्रद्धालुओं की आवाजाही बढ़ जाती है व यहां ठंड बढ़ने यानी नवंबर के बाद से श्रीलंका के श्रद्धालु आना बंद कर देते हैं.
इसके बाद तिब्बत, थाइलैंड व अन्य देशों के बौद्ध श्रद्धालुओं की आवाजाही तेज हो जाती है. ठंड कम हो जाने यानी फरवरी के बाद फिर से श्रीलंका के श्रद्धालु बोधगया व अन्य बौद्ध स्थलों का भ्रमण करना शुरू कर देते हैं. बोधगया में श्रीलंका श्रद्धालुओं को भ्रमण कराने वाले टूर ऑपरेटरों का मानना है कि इस वर्ष श्रीलंका से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ठीक-ठाक रहेगी.