चंद्रपुरा. सहायक अध्यापक संघर्ष मोर्चा की बैठक गुरुवार की शाम को डीवीसी मैदान चंद्रपुरा में सीमा कुमारी की अध्यक्षता में हुई. 20 जुलाई से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास के अनिश्चितकालीन घेराव कार्यक्रम में भाग लेने का निर्णय लिया गया. जिला सचिव मो दिलशाद अहमद ने कहा कि इस आंदोलन में राज्य के 62 हजार सहायक अध्यापक (पारा शिक्षक) भाग लेंगे. इसको लेकर हर प्रखंड में बैठक की गयी है. उन्होंने कहा कि पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो जिंदा होते तो आंदोलन की नौबत नहीं आती. वे सहायक अध्यापकों की मांगों को कैबिनेट से पारित करा देते. उन्होंने कहा कि इस सरकार ने 18 दिसंबर 2021 के समझौते को अब तक लागू नहीं किया. उस समझौते के अनुसार वेतनमान समतुल्य मानदेय व पीएफ को एक जनवरी 22 से लागू कर देना था. इस सरकार ने चुनाव के पहले तक वादा किया था कि तीन माह के अंदर सभी सहायक अध्यापकों को वेतनमान दिया जायेगा. प्रखंड अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद महतो ने कहा कि सरकार की वादाखिलाफी के कारण सहायक अध्यापक आंदोलन करने को बाध्य हुए हैं. कोषाध्यक्ष सुखदेव मंडल ने कहा कि इस आंदोलन में प्रखंड से सभी सहायक अध्यापक व अध्यापिकाएं शामिल होंगे. बैठक में मैनावती, चमेली कुमारी, विशेश्वर महतो, जीतन रजक, प्रणय सिन्हा, गंगाराम महतो, हीरालाल सोरेन, सुरेंद्र किस्कू, मुचीराम मांझी, जितेंद्र राम, शिवपूजन गहलौत, कैलाश रविदास, राजेश रजक, गुरुपदो दास, सागर कुमार, दिलीप कुमार, मो सफीउल्लाह, उमाशंकर महतो आदि उपस्थित थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है