रांची. झारखंड पुलिस में समायोजन की मांग को लेकर मोरहाबादी मैदान में धरना दे रहे सहायक पुलिसकर्मी शुक्रवार को सीएम आवास का घेराव करने निकले थे. इस दौरान उन पर झारखंड पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. इस पर सहायक पुलिसकर्मियों ने कहा कि वर्दी वालों ने अपने वर्दी वाले भाई पर लाठीचार्ज कर दिया. सहायक पुलिसकर्मियों ने कहा कि किसी भी राज्य में यह पहली घटना होगी, जब वर्दी वालों पर वर्दी वाले ने ही लाठीचार्ज कर उन्हें जख्मी कर दिया हो. डीएसपी के नेतृत्व में उनका टेंट उखाड़ कर उन्हें मोरहाबादी मैदान से हटाने की साजिश भी की गयी. सहायक पुलिसकर्मी के सचिव विवेकानंद और अन्य सहायक पुलिसकर्मियों ने आरोप लगाया कि उनके राशन का सामान, गैस सिलिंडर, 40 से अधिक मोबाइल गायब कर दिया गया है. आराेप है कि उक्त सामान झारखंड पुलिसकर्मियों ने गायब किया है. सहायक पुलिसकर्मियों की बहाली दस हजार रुपये के मानदेय पर राज्य के 12 जिला गढ़वा, पलामू, लातेहार, चतरा, लोहरदगा, गुमला, सिमडेगा, खूंटी, पूर्वी व पश्चिमी सिंहभूम, दुमका व गिरिडीह के लिए हुआ था. सहायक पुलिसकर्मियों के साथ जिला बल पुलिस व आइआरबी के जवान भी जख्मी : सहायक पुलिसकर्मियों ने बताया कि इस प्रदर्शन में 12 जिलों के औसतन चार महिला-पुरुष जवान जख्मी हो गये हैं. इसमें पलामू के पांच जवान देव बली साह, उदय कुमार, पूनम कुमारी, सुभाष कुमार दुबे, विनय कुमार सहित सभी जिला के जवान शामिल हैं. लाठीचार्ज से पूनम कुमारी के ऑपरेशन का टांका टूट गया, जिस कारण उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. उसे रिम्स में भर्ती कराया गया है. इसके अलावा कई अन्य जवानों को भी रिम्स व सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. सहायक पुलिसकर्मियाें ने आरोप लगाया कि ग्रामीण एसपी ने गिरने के बाद उसकी छाती पर पैर से हमला किया. सहायक पुलिसकर्मियों के हमले से एक दर्जन से अधिक इंस्पेक्टर, दारोगा और जवान भी जख्मी हुए हैं. जिला प्रशासन व पुलिस की लापरवाही के कारण सहायक पुलिसकर्मी सीएम आवास तक पहुंचे : जिला प्रशासन व पुलिस की चूक के कारण सहायक पुलिसकर्मी सीएम आवास तक पहुंच गये. अगर पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी रहते, तो सहायक पुलिसकर्मी सुरक्षा घेरा नहीं तोड़ पाते. सीएम आवास घेराव की सूचना पुलिस को पहले से थी. इस सूचना पर सिटी एसपी, ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में काफी संख्या में पुलिसकर्मी मोरहाबादी टीओपी के समीप बैरिकेडिंग कर उन्हें रोकने के लिए तैनात थे. वहीं ऑक्सीजन पार्क की ओर भी बैरिकेडिंग किया गया था, लेकिन उधर पुलिसकर्मी कम थे. दिन के डेढ़ बजे 12 जिला के सभी पुलिसकर्मी सीएम आवास घेराव करने के लिए नारा लगाते हुए निकले और मोरहाबादी टीओपी की ओर न जाकर वे लोग ऑक्सीजन पार्क की ओर निकल गये. वहां पहुंचते ही उन्होंने बैरिकेडिंग तोड़ दिया और सीएम आवास की ओर दौड़ कर जाने लगे. उन्हें रोकने के लिए वहां तैनात रेपिड एक्शन पुलिस, आइआरबी के जवानों ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया. इसके बाद भी काफी संख्या में सहायक पुलिसकर्मी दौड़ते हुए कांके रोड स्थित सीएम आवास के गेट तक पहुंच गये. युवाओं पर बरसी एक-एक लाठी का हिसाब लेगी जनता : संजय सेठ : रांची. झारखंड सरकार द्वारा सहायक पुलिसकर्मियों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री सह रांची के सांसद संजय सेठ ने कहा है कि राज्य में झामुमो, कांग्रेस, राजद गठबंधन की सरकार रोजगार देने के नाम पर आयी और पूरे पांच साल रोजगार मांगने वालों पर लाठियां बरसाती रही. सहायक पुलिसकर्मी लंबे समय से अपने स्थायीकरण और अन्य मांगों को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन करते आ रहे हैं. दुर्भाग्यपूर्ण यह है कि देशभर में युवा हित और रोजगार की बात करने वाले वामपंथियों का भी इस सरकार को समर्थन प्राप्त है और इस मुद्दे पर तमाम वामपंथी चुप हैं. भ्रष्टाचार के आकंठ में लिप्त रहने वाली सरकार ने न्याय मांगने वाले झारखंड के युवाओं पर लाठियां बरसायी है, जो बेहद घृणित और लोकतंत्र को कलंकित करने वाला कृत्य है. ऐसी तानाशाह सरकार को याद रखना चाहिए कि जनता सब कुछ याद रखती है. यह लोकतंत्र है, आज युवाओं पर जो लाठियां इस सरकार ने बरसायी है, एक-एक लाठी का हिसाब जनता इन्हें चुनाव में देगी. उन्होंने पूरी गठबंधन सरकार को इस लाठीचार्ज की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की मांग की.
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