आसनसोल/रूपनारायणपुर. वर्ष 1952 में स्थापित देश की पहली और एकमात्र दूरसंचार केबल बनानेवाली संस्था हिंदुस्तान केबल्स लिमिटेड (एचसीएल) रूपनारायणपुर इकाई की जमीन पर राज्य सरकार क्या कोई नया उद्योग लगाएगी? शुक्रवार को राज्य सरकार उद्योग विभाग के विशेष सचिव, अपर सचिव, जिला भूमि विभाग के अधिकारी, सालानपुर के बीएलएंडएलआरओ सहित अन्य अधिकारियों की टीम ने एचसीएल रूपनारायणपुर का दौरा किया, जिसके इसे लेकर चर्चा तेज हो गयी है. हालांकि अधिकारियों ने इसे लेकर कुछ नहीं कहा. एचसीएल की भूमि कहां से कहां तक है, पूरे नक्शे के साथ इसे देखा और निकल गये. कई दिनों से इसे लेकर चर्चा चल रही है कि राज्य सरकार एचसीएल की भूमि का अधिग्रहण करेगी और यहां कोई नया उद्योग लगाने को लेकर जमीन उद्योगों के लिए आवंटित करेगी. गौरतलब है कि वर्ष 2017 में एचसीएल संस्था को केंद्र सरकार ने बंद कर दिया. यहां के सभी श्रमिकों को वीआरएस दे दिया गया. इस संस्था के पास कारखाना, कार्यालय, आवासीय नगरी, मार्केट एरिया, स्कूल, अस्पताल और खाली जमीन को मिलाकर कुल 947 एकड़ जमीन है. वर्ष 1950 में राज्य सरकार ने यहां उद्योग लगाने के लिए केंद्र सरकार को रूपनारायण इलाके में जमीन दिया था. जमीन की कीमत नहीं ली गयी थी. संस्था बंद होने के बाद केंद्र सरकार ने इस जमीन पर उद्योग लगाने का काफी प्रयास किया, लेकिन नाकाम रही. ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड की यहां इकाई स्थापित होगी, जिसे लेकर काफी सकारात्मक पहल हुई. बाद में सब ठंडे बस्ते में चला गया. बीच-बीच में राज्य सरकार की टीम इलाके का दौरा करती है. इस जमीन को राज्य सरकार वापस लेकर नया कोई उद्योग लगाने का प्रयास भी कर रही है. जिसके तहत शुक्रवार को उद्योग विभाग के अधिकारियों ने दौरा किया. यह लोग कारखाना, कार्यालय, नगरी के आवासों, खाली पड़े जमीनों का निरीक्षण किया. सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार इस जमीन का अधिग्रहण करके उद्योगों को आवंटित करेगी. 947 एकड़ में से कुछ जमीन पर अवैध कब्जा है, बाकी सारा जमीन खाली है. ऐसे में जमीन खाली कराने की कोई समस्या नहीं है. उद्योग के लिए यह जगह सबसे बेहतर है. सड़क व रेलमार्ग सबकुछ है.
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