Border News: किशनगंज में बॉर्डर पार करके भारत में प्रवेश कर रहे तीन विदेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया. शुक्रवार को देर शाम गलगलिया में भारत – नेपाल सीमा पर एसएसबी 41वीं बटालियन की पानीटंकी कंपनी की बीआईटी द्वारा नियमित जांच के दौरान क्रम में नया ब्रिज पानीटंकी के पास एक पाकिस्तानी सहित दो नेपाली नागरिकों को हिरासत मे लिया गया है.
पाकिस्तानी नागरिक की दुबई में है सुरक्षा कंपनी
एसएसबी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पूछताछ के दौरान पता चला कि पाकिस्तानी नागरिक की दुबई में एक सुरक्षा कंपनी है और वह नेपाल के लोगों को काम पर रखता है. इस सिलसिले में वह नेपाल आया था. जहां नेपाली नागरिक हिमालयन गोरखा एचआर नामक एक मैनपावर कंपनी चलाता है और पाकिस्तानी नागरिक के साथ मिलकर काम करता हैं.
किस तरह पार कर आया बॉर्डर?
बताया गया कि 18 जुलाई को पाकिस्तानी नागरिक काठमांडू पहुंचा. वह कार से इटहारी में काम पर रखने के लिए साक्षात्कार के लिए आया था. शुक्रवार को साक्षात्कार पूरा होने के बाद तीनों इलाम के लिए रवाना हुए थे. इस बीच रास्ते में उनकी कार खराब हो गई कार की मरम्मत करानी थी इसलिए वे भारत नेपाल सीमा के पानीटंकी में ठीक कराने का फैसला किया. तभी वे नेपाल से भारत की सीमा पार करते समय बॉर्डर पिलर संख्या 90/1 से भारत के अंदर लगभग 400 मीटर के क्षेत्र में प्रवेश कर गए. एसएसबी पानीटंकी की बीआईटी नया पुल पार्टी द्वारा उन्हें हिरासत में ले लिया गया. साथ ही एक कार विटारा ब्रिजा वाहन संख्या बी एबी 6665 को भी जप्त किया गया है.
हिरासत में लिए गए नागरिकों की पहचान
हिरासत में लिए गए पाकिस्तानी नागरिक ने अपना नाम सैफ उल्लाह, पिता मो इकबाल (उम्र 46 वर्ष ) मर्दन जिला पाकिस्तान का निवासी और नेपाली के नागरिक मन बहादुर थापा पिता भीम बहादुर थापा उम्र 51 होमटांग-6, भोजपुर, कोशिश व मेघ बहादुर थापा पिता अमर यश मगर 40 रिस्कू-09, उदयपुर, सागरमाथा, नेपाल ललितपुर का निवासी बताया गया. वहीं सभी सुरक्षा एजेंसी इन सभी से अपने स्तर से पूछताछ कर रही है. पूछताछ होने के बाद इन्हें स्थानीय थाना को सौंप दिया जाएगा.
कुछ दिन पूर्व नेपाली महिला नागरिक ने गलगलिया बॉर्डर के रास्ते नेपाल में प्रवेश की थी कोशिश
कुछ दिनों पहले शेख हसीना नामक एक पाकिस्तानी नागरिक भी गलगलिया बॉर्डर से नेपाल में प्रवेश करने की कोशिश कर रही थी. जिसे एसएसबी के जवानों ने पकड़ लिया था. महिला अभी किशनगंज के जेल में बंद है. वहीं इस तरह से भारत से नेपाल में और नेपाल से भारत में अवैध घुसपैठ कहीं ना कहीं सुरक्षा एजेंसी के लिए कड़ी चुनौती साबित हो रही है. भारत नेपाल की खुली सीमा का यह घुसपैठिए फायदा उठा रहे हैं.