Jharkhand Tourism: झारखंड का देवघर जिला अपने प्राचीन मंदिरों और पर्यटकों के लिए विश्व प्रसिद्ध है. सावन के महीने में बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान शिव पर जलार्पण करने देवघर पहुंचते हैं. सावन के महीने में देवघर में भव्य श्रावणी मेले का आयोजन किया जाता है, जिसे देखने देश-विदेश से पर्यटक यहां पहुंचते हैं. देवघर को साक्षात भगवान शिव और शक्ति का आशीर्वाद प्राप्त है. देवघर एक मात्र ऐसी जगह है, जहां भगवान शिव का ज्योतिर्लिंग और माता सती का शक्ति पीठ आमने-सामने मौजूद है. देवघर भारत का प्रमुख धार्मिक और पर्यटन केंद्र हैं जहां विदेशी पर्यटक भी घूमने आते हैं. पूरे साल सैलानियों और श्रद्धालुओं से भरे देवघर शहर में सावन के दौरान असंख्य भक्त बाबा के दर्शन करने पहुंचते हैं. देवघर में स्थापित मनोकामना लिंग के दर्शन के लिए भक्त साहिबगंज से पवित्र गंगाजल लेकर पैदल बैद्यनाथ धाम तक आते हैं. अगर आप भी देवघर के श्रावणी मेला को घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो जरुर विजिट करें यहां मौजूद ये प्रसिद्ध मंदिर.
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बाबा बैद्यनाथ मंदिर
झारखंड के देवघर जिले में मौजूद बाबा बैद्यनाथ मंदिर भगवान शिव के प्राचीन प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. इस मंदिर में भगवान शिव को समर्पित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक ज्योतिर्लिंग स्थापित है. सावन के दौरान इस मंदिर में देश भर से लोग भगवान शिव पर जल अर्पित करने आते हैं. इस दौरान देवघर में श्रावणी मेले का आयोजन किया जाता है. इस भव्य मेले को देखने विदेशी पर्यटक भी देवघर पहुंचते हैं. यह मंदिर भगवान शिव के पवित्र शिवालयों में से एक है, जहां बड़ी संख्या में भक्त बाबा के दर्शन करने आते हैं.
बासुकीनाथ मंदिर
देवघर-दुमका राज्य राजमार्ग पर स्थित भगवान शिव को समर्पित पवित्र शिवालय है बासुकीनाथ मंदिर. यह मंदिर हिंदुओं के आस्था का केंद्र है. पूरे साल लाखों श्रद्धालु बासुकीनाथ मंदिर पूजा अर्चना करने आते हैं. सावन महीने में यहां भक्तों की खास भीड़ जमा होती है. कहा जाता है सावन में बाबा बैद्यनाथ को जल अर्पण करने के बाद बासुकीनाथ में पूजा करना अनिवार्य होता है, नहीं तो पूजा पूरी नहीं मानी जाती है.
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नौलखा मंदिर
देवघर में बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर से करीब 1.5 किलोमीटर दूर स्थित नौलखा मंदिर अपने अद्भुत शिल्पकला के लिए मशहूर है. लगभग 146 फीट ऊंचे नौलखा मंदिर में मौजूद राधा कृष्ण की मूर्तियां काफी आकर्षक हैं. नौलखा मंदिर में बड़ी संख्या में लोग घूमने और पूजा करने आते हैं. प्राचीन समय में नौ लाख रुपए में बनकर तैयार होने के कारण, इस मंदिर का नाम नौलखा मंदिर पड़ा.
मां शीतला मंदिर
देवघर के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है मां शीतला मंदिर, जहां हर रोज भक्त मां शीतला को जल चढ़ाने मंदिर पहुंचते हैं. इस मंदिर के प्रति लोगों में अपार श्रद्धा है.
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