पूर्णिया. राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में दिनोंदिन बढ़ती मरीजों की संख्या के आगे वहां उपलब्ध संसाधन कम पड़ती जा रही हैं. हालांकि अपने उदघाटन काल से ही लगातार चल रहे निर्माण कार्यों की वजह से काफी कुछ सहूलियत मरीजों को धीरे- धीरे उपलब्ध हो रही हैं, लेकिन मरीजों की भीड़ के आगे बौने साबित हो रहे संसाधनों का विकास और तेजी से किया जाना बेहद जरूरी है. फिलहाल उपलब्ध सुविधाओं में पैथोलॉजी सुविधा के साथ साथ एक्स-रे, सिटीस्कैन एवं अल्ट्रासाउंड मुख्य रूप से उपलब्ध हैं. इनमें सबसे ज्यादा परेशानी अल्ट्रासाउंड की कमी को लेकर है. ओपीडी के गायनी विभाग में कार्यरत अल्ट्रासाउंड विभाग पर मरीजों का इतना दबाव है कि मरीजों को काफी इंतजार करना पड़ता है. आलम यह है कि गायनी विभाग के अलावा अन्य मामलों में भी अल्ट्रासाउंड कराने की जरूरत की वजह से यह विभाग अत्यधिक दबाव में है.
चिकित्सक को दिखाने के बाद अल्ट्रासाउंड के लिए दिया जाता है समयजीएमसीएच में चिकित्सकों को दिखाने के बाद अगर अल्ट्रासाउंड की जरूरत होती है तो मरीजों को इसके लिए अलग से समय दिया जाता है. अमूमन मरीजों को अल्ट्रासाउंड कराने के लिए दो तीन दिनों से लेकर हफ्ता भर इन्तजार करना पड़ता है. मरीजों का कहना है कि उन सभी को जानबूझकर देर तक इंतजार कराया जाता है ताकि लोग मजबूरीवश इसके लिए निजी सेंटरों पर चले जायें जहां भेजकर उन्हें आर्थिक लाभ हो सके. कुछ मरीजों ने बताया कि पहले दो दिन बाद की तारीख दी गयी थी लेकिन इमरजेंसी बताने पर शाम चार बजे का समय दिया गया और तब अल्ट्रासाउंड संभव हुआ. हरदा बाजार की तुलसी देवी ने बताया कि वह अल्ट्रासाउंड कराने के लिए अबतक तीन से चार बार आ चुकी हैं लेकिन यह संभव नहीं हो सका. इस मामले में संचालक राजीव वर्मा ने बताया कि प्रति दिन अमूमन 100 से 150 मरीजों के लिए अल्ट्रासाउंड की जरुरत पड़ती है जबकि उनके यहां प्रति दिन 50 से 70 अल्ट्रासाउंड करने की ही क्षमता है जिस वजह से मरीजों को आगे की तारीख देना उनकी मजबूरी बनी हुई है.
बोले मरीज के परिजन
पत्नी को मंगलवार को डॉक्टर से दिखाए थे अल्ट्रासाउंड के लिए कहे जाने पर वहां 24 तारीख का डेट दिया गया. काफी कहने सुनने के बाद शनिवार का डेट मिला जिसके लिए सुबह से इंतजार कर रहे हैं.मो साबीर, डगरुआ
फोटो. 21 पूर्णिया 4- मो साबीरछोटे भाई को पेट दर्द की शिकायत पर चिकित्सक ने अल्ट्रासाउंड कराने के लिए लिखा है. इसके लिए अगले सप्ताह का डेट मिला. इस बीच दर्द की वजह से ज्यादा बेचैन होने पर बीच में ही आना पड़ा. ब्लड टेस्ट भी लेना बाक़ी ही है. एक पेशेंट को दिखाने में यहां चार से पांच दिन लग जाते हैं.
विवेक कुमार सिंह, बिहारीगंजफोटो. 21 पूर्णिया 5- विवेक कुमार सिंह
बोले अधीक्षकजैसे जैसे जगह मिल रही है सुविधाएं बढ़ायी जा रही है. डिपार्टमेंट के अनुसार कार्य आगे बढ़ रहे हैं. गायनी ओपीडी एवं लेबर यूनिट में एक-एक अल्ट्रासाउंड की व्यवस्था फिलहाल की गयी है और एक जेनरल है. इमरजेंसी केस के लिए अविलम्ब सुविधा उपलब्ध करायी जाती है जबकि सामान्य मामलों में ही आगे की तिथि दी जाती है. यहां भीड़ अधिक होने की वजह से ही देरी होती है.
डॉ संजय कुमार, अधीक्षक जीएमसीएचफोटो. 21 पूर्णिया 6- जीएमसीएच स्थित अल्ट्रासाउंड सेंटर पर उपस्थित मरीज.
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