इन महिलाओं ने कहा कि विडंबना यह है, कि इस वार्ड में नल जल का कनेक्शन तो कर दिया गया है, लेकिन जलापूर्ति शुरू नहीं किया गया है. महिलाओं में यह भी कहा कि हम लोग के साथ-साथ मवेशियों को भी पानी की काफी समस्या हो रही है. वार्ड 16 के पार्षद पप्पू कुमार ने कहा कि नगर निगम में शामिल होने के बाद इस वार्ड में नल जल की कोई व्यवस्था नहीं की गई है. उन्होंने कहा कि इस मामले में नगर आयुक्त से जब कहा गया, तो उन्होंने कहा कि फंड नहीं है. जिस कारण कार्य नहीं हो रहा है.
क्या कहती हैं पार्षद
वार्ड 17 के पार्षद सुनीता देवी ने कहा कि लोगों के लिए टैंकर से जलापूर्ति की मांग किए जाने के बाद भी निगम प्रशासन उदासीन बना है. निगम का वार्ड 17 पहले रांटी पंचायत का हिस्सा था. जहां नल जल का काम हुआ था. लेकिन नल जल योजना पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है.
नहीं मिल रहा नल जल योजना का लाभ
वार्ड नंबर 16, 17 एवं 21 में नल जल का लाभ नहीं मिल रहा है. यहां नल जल योजना पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है. जिसका खामियाजा वार्ड के लोगों को भुगतना पड़ रहा है. लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नल जल का लाभ नहीं मिलने के बाद भी टैंकर से पानी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है. वार्डों में पांच-पांच समर्सिबल का मिला था आश्वासन26 फरवरी को निगम बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि तत्काल वार्डों में पांच-पांच समरसेवल लगाया जाएगा. लेकिन पांच माह बीतने के बाद भी न तो सबमर्सिबल लगाया गया और ना ही नल जल योजना चालू कराया गया. दिन-ब-दिन पानी का लेयर नीचे जाने के कारण पेयजल की समस्या बढ़ती गई. जिसके कारण वार्ड के लोगों को दूसरे पर पानी के लिए निर्भर होना पड़ रहा है. वार्ड पार्षद डी सुनीता देवी ने बताया कि नगर निगम को कई बार इसकी सूचना दी गई. लेकिन समस्या का हल नहीं किया गया.
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