नरकटियागंज. नगर के नंदपुर समीप नीतू सर्जिकेयर हॉस्पिटल में एक महिला का गर्भाशय निकाले जाने के बाद आक्रोशित परिजनों ने जम कर हंगामा किया. आक्रोशित परिजनों का आरोप था कि चिकित्सक ने महिला की आंत सील दी है. इससे उसकी हालत बिगड़ गयी है. रविवार की सुबह से लेकर शाम तक मरीज के परिजनों को अस्पताल के कर्मी और व्यवस्थापक धमकी भी देते रहे. देर शाम सूचना पर पहुंचीं प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष डाॅ. सपना रानी ने अस्पताल के व्यवस्थापक डाॅ. प्रमोद कुमार, डी के सिंह, रंजन कुमार, रिंकु सिन्हा समेत पांच लोगों को हिरासत में ले लिया. हालांकि इससे पहले अस्पताल में भर्ती बगहा के नया बाजार निवासी चंदेश्वर सिंह की पत्नी अनिता देवी को पुलिस ने बेतिया जीएमसीएच भेज दिया. घटना के बारे में बताया जाता है कि रविवार को अस्पताल में भर्ती महिला के परिजनों को अस्पताल के चिकित्सकों व कर्मियों की ओर से लगातार धमकी मिल रही थी. हंगामे की सूचना पर अस्पताल के व्यवस्थापक डाॅ. प्रमोद कुमार मामले को मैनेज करने पहुंचे लेकिन परिजन इलाज कराने पर अड़ गए और किसी प्रकार के प्रलोभन में नहीं पड़ कर पहले 112 पुलिस को सूचना दी और बाद में स्थिति बिगड़ने पर शिकारपुर पुलिस को भी सूचना दे दी. महिला के भाई राजकुमार ने बताया की उसकी बहन के गर्भाशय का ऑपरेशन बीते मई माह में हुआ था. ऑपरेशन के दो चार दिनों बाद उसके बहन की हालत खराब होने लगी थी. इसके बाद उसे लेकर हरनाटाड़ के चिकित्सक के पास गये. उन्होंने मरीज की जांच की और बताया कि ऑपरेशन गलत कर दिया गया है. बताया कि नीतू सर्जिकेयर में आंत सील दिया गया था. इसके बाद वे लोग जब अस्पताल के डॉक्टर से बात किये तो अपने किसी अस्पताल कर्मी को भेज कर मरीज को बुलवा लिया. आक्रोशित परिजनों का कहना है कि रविवार को जब वे लोग महिला की स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल की देखरेख कर रहे डी के सिंह से कहने गये कि उनके मरीज की हालत खराब है तो वे उल्टे उन्हें धमकी देने लगे. हालांकि इस संबंध में पूछने पर एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह ने बताया कि घटना के बारे में शिकारपुर पुलिस से जानकारी ली जा रही है. तीन-तीन बार हुआ हंगामा, परिजनों को धमकी देते रहे कर्मचारी रविवार को नीतू सर्जिकेयर हाॅस्पिटल में तीन तीन बार हंगामा हुआ. अनीता के परिजन अनीता की बार-बार स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल में इधर उधर दौड़ लगाते रहे. अस्पताल में दोपहर जब हंगामा हुआ तो 112 की पुलिस टीम के पहुंचने के बाद मामला शांत हुआ. इधर घटना स्थल पर पहुंचे 112 के एसआई भूपेन्द्र कुमार ने बताया कि अस्पताल में हंगामा की सूचना पर पहुंच कर जांच पड़ताल की गयी है. हंगामा कर रहे मरीज के परिजनों को शांत करा दिया गया है. परिजनो को स्थानीय थाना में शिकायत करने को कहा गया है.
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