हसनपुर : स्थानीय चीनी मिल के कॉन्फ्रेंस कक्ष में पादपरोग वैज्ञानिक डॉ एम. तिरुमलाई ने मिलकर्मियों को स्थानीय मिट्टी में होने वाले गन्ना फसल के संभावित रोग की बारीकी से पहचान एवं इसके रोकथाम के उपाय बताये. मुख्य रूप से गन्ना फसल में लगने वाले लालसरन रोग, चोटिबेधक पोक्काबोइंग रोग से फसल बचाने के तरीके बताये. किसानों को जगह-जगह एकत्रित कर इस संबंध में जागरूक करने की बात कही. ताकि वास्तविक रूप से इसकी जानकारी किसानों को हो सके. कर्मियों ने अपने-अपने क्षेत्र में गन्ना फसल प्रबंधन में अपनायी जाने वाली विशेष तकनीक वैज्ञानिक से साझा करते किया. मौके पर जीएम आरके तिवारी, उप महाप्रबन्धक गन्ना सुग्रीव पाठक, पुनीत चौहान, श्रवण चौबे, अमित कुमार, रमण सिंह, टीके मंडल, शोभित शुक्ला, सतिल कुमार सिंह, प्रमोद यादव, मनोज महतो, सुधांशु कुमार, अनिल वर्मा, अनिल कश्यप, गौरीशंकर, कृष्णा ठाकुर, अमर यादव आदि मौजूद थे.
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