कोलकाता.
भ्रष्टाचार को लेकर राज्य में हजारों सरकारी नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है. यह मामला अदालत में विचाराधीन है. रविवार को यहां विक्टोरिया हाउस के पास आयोजित तृणमूल कांग्रेस की 21 जुलाई की ‘शहीद दिवस’ की रैली में मुख्यमंत्री व पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने वक्तव्य रखते हुए दावा किया है कि राज्य में किसी की नौकरी नहीं जायेगी. विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि “राज्य में 10 लाख सरकारी नौकरियां ‘रेडी’ हैं, लेकिन भाजपा, कांग्रेस व माकपा अड़ंगा लगा रही है. वे अदालत चले जाते हैं. तीनों दलों को राज्य के लोगों के हित की चिंता नहीं है. भाजपा आंदोलन नहीं कर सकती. कभी कहते हैं 26 हजार नौकरियां रद्द हों, तो कभी कहते हैं 42 हजार नौकरियां. कभी कहते हैं ओबीसी हटाओ. हम कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं, हम लड़ेंगे.” सुश्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि “पश्चिम बंगाल में भाजपा, कांग्रेस और माकपा के बीच गुप्त समझौता है. उनका एकमात्र लक्ष्य राज्य में विकास गतिविधियों में बाधा उत्पन्न करना है.” इसके बाद ही मुख्यमंत्री ने कहा ””मैं 10 लाख सरकारी नौकरियों की पेशकश करने के लिए तैयार हूं, लेकिन जब भी मैं लोगों के लिए ऐसी योजनाओं की घोषणा करने की कोशिश करती हूं, तो वे (भाजपा, कांग्रेस और माकपा) जनहित याचिका (पीआइएल) के साथ कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हैं. कभी वे नौकरियां छीनने की कोशिश करते हैं, तो कभी पिछड़े वर्ग की श्रेणियों के तहत आरक्षण सुविधाओं को रोकने की कोशिश करते हैं, लेकिन हम सुप्रीम कोर्ट में कानूनी रूप से उनसे लड़ रहे हैं और ऐसा करना जारी रखेंगे. किसी भी परिस्थिति में हम उनकी चाल को सफल नहीं होने देंगे.””लगाया आरोप, राजग सहयोगियों ने पैसे के लिए मंत्री पद का ‘बलिदान’ किया
सभा में मुख्यमंत्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि “केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल भाजपा के सहयोगियों ने पैसे के लिए मंत्री पद की कुर्बानी दी. क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि मंत्रालयों के बदले पैसे की पेशकश की गयी हो? वे कायर, लालची और बेशर्म हैं. वे पैसे के आगे झुक गये. उन्होंने अपनी पहचान की कुर्बानी दे दी. ” उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की उस बयान पर अपनी सहमति जतायी, जिसमें उन्होंने सभा मंच से कहा कि केंद्र सरकार लंबे समय तक नहीं चलेगी और जल्द ही गिरा दी जायेगी. मुख्यमंत्री ने कहा, “भाजपा के पास अब बहुमत नहीं है, जिस तरह से मौजूदा केंद्र सरकार केंद्रीय जांच एजेंसियों और भारत के चुनाव आयोग का दुरुपयोग करके सत्ता में आयी है, वह लंबे समय तक नहीं चल सकती.”डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है