बंडामुंडा. सुंदरगढ़ जिले के बिसरा प्रखंड अंतर्गत बंडामुंडा में शनिवार रात 9 से 9.30 बजे के बीच हाथियों का झुंड घुस आया. इस झुंड में 15 से 18 हाथी थे. इसे देख स्थानीय लोग भयभीत हो गये और कुछ समय तक अफरा-तफरी का माहौल रहा. बाद में वन विभाग की टीम ने हाथियों को कुआरमुंडा जंगल की ओर खदेड़ दिया, जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली. जानकारी के अनुसार, शनिवार रात करीब 9.30 बजे लाठीकटा ब्लॉक के सोना पर्वत से होकर बरकानी से डुमेरता के सिनेमाटोली होते हुए बनियाटोली में हाथियों का झुंड पहुंचा. इसमें 15 से 18 हाथी शामिल थे. जिससे इलाके में दहशत देखी गयी. ग्रामीणों ने बताया कि करीब 18 हाथियों का झुंड देख लोग भयभीत हो गये. बस्ती के लोगों ने बंडामुंडा वन विभाग को सूचित किया. सूचना पाकर बंडामुंडा वन विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची. स्थानीय ग्रामीणों के साथ मशाल दिखाकर हाथी को डी केबिन, श्मशान घाट से खदेड़ते हुए जोबाघाट से कुआरमुंडा के जंगल की ओर भेज दिया. इस दौरान हाथियों के झुंड द्वारा किसी प्रकार का नुकसान किये जाने की सूचना नहीं है.
नुआगांव में घर की दीवार तोड़ी, खा गये चावल, बाल-बाल बचे चाचा-भतीजी
बंडामुंडा में घुसे हाथियों के झुंड को वन विभाग ने बीती रात कुआरमुंडा जंगल की ओर खदेड़ दिया था. यहां से जाने के बाद इन हाथियों ने नुआगांव ब्लॉक में जमकर तांडव मचाया है. हाथियों के हमले में चाचा व भतीजी बाल-बाल बच गये. जानकारी के अनुसार, नुआगांव ब्लॉक की अंकुरपाली पंचायत के सिमर्ता गांव में लुजुब बंकर अपनी भतीजी के साथ शनिवार की रात खाना खाने के बाद सोया था. तड़के तीन बजे हाथियों ने घर की दीवार तोड़ दी व बाेरियों से चावल खाने लगे. इसका पता चलने पर दोनों ने वहां से भागकर जान बचायी. हाथियों के इस दल में कुल 18 हाथी हैं. रविवार तड़के तीन बजे इन हाथियों के यहां आने का पता चलने से गांववालों ने खदेड़ा. लेकिन जाते समय इन हाथियों ने लुजुब के घर पर तांडव मचाया. इन हाथियों को इस अंचल से कहीं दूर खदेड़े जाने की मांग ग्रामीणों ने वन विभाग से की है.
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