-आरडीएस कॉलेज के टेंट सिटी में नहीं हुई भीड़ मुजफ्फरपुर. सावन की पहली सोमवारी पर कांवरियों के ठहरने से लेकर भीड़ पर नियंत्रण, उनके सुरक्षित तरीके से गरीबनाथ मंदिर तक पहुंचाने की प्रशासनिक व्यवस्था दुरुस्त रही, लेकिन कांवरिये काफी कम संख्या में पहुंचे. आरडीएस कॉलेज में जिला प्रशासन की ओर से बनी टेंट सिटी में 500 कांवरियों के ठहरने की व्यवस्था थी, लेकिन रविवार की दोपहर तीन बजे तक यहां करीब 100 कांवरिये ही पहुंचे थे. इसके अलावा रामदयालु नगर स्थित सिंचाई विभाग के परिसर, साहू पोखर, पुरानी बाजार स्थित सत्यनारायण मंदिर, भीमसेरिया विवाह भवन, विद्या विवाह भवन खाली रहे. यहां कांवरिये पहुंचे ही नहीं. कांवरियों के ठहराव स्थल पर भीड़ नहीं हो, इसके लिए प्रशासनिक तौर पर रामदयालु से आगे कैंप में कांवरियों को ठहराव स्थल पर पर्ची देने की व्यवस्था थी, लेकिन कम संख्या होने के कारण किसी को पर्ची नहीं दी गयी. आरडीएस कॉलेज से पुरानी बाजार तक तीन पुलिस नियंत्रण कक्ष व तीन स्वास्थ्य शिविर लगे थे. वहां डॉक्टर व पारामेडिकल स्टाफ ड्यूटी पर थे, मोबाइल मजिस्ट्रेट भी कांवरिया मार्ग में अपनी ड्यूटी पर थे. ——- गरीबनाथ मंदिर में लगायी गयी एलइडी स्क्रीन गरीबनाथ मंदिर में रविवार सुबह बाहर लगे अर्घा को पाइप से मंदिर के गर्भ गृह तक जोड़ा गया. मंदिर के बाहर एलइडी स्क्रीन लगा कर गर्भ गृह से लाइव प्रसारण शुरू हुआ. साथ ही कंट्रोल रूम की मॉनीटरिंग की व्यवस्था की गयी. मंदिर के प्रधान पुजारी पं.विनय पाठक ने कहा कि इस बार काफी कम संख्या में कांवरिये पहलेजा गए हैं, इसलिये भीड़ नहीं होगी. इस बार डाक कांवर लाने के लिए करीब 700 कांवरिये शनिवार को यहां आकर बाबा को जलाभिषेक किया. सामान्य कांवरियों की संख्या काफी कम रही. उन्होंने कहा कि सोमवार की सुबह चार बजे से स्थानीय भक्तों की भीड़ बढ़ेगी. —– दूसरी सोमवारी से स्वयंसेवी संगठन लगायेंगे शिविर पहली सोमवारी पर कांवरियों की कम संख्या का आकलन करते हुए इस बार स्वयंसेवी संगठनों ने शिविर नहीं लगाया. रामदयालु से पुरानी बाजार तक किसी संगठन का शिविर नहीं था. संगठनों का कहना था कि दूसरी सोमवारी से वे लोग शिविर लगायेंगे. पहली सोमवारी को शिविर लगाने पर खाने-पीने की चीजें बर्बाद हो जाती हैं. दूसरी सोमवारी से हमलोग शिविर लगा कर कांवरियों की सेवा करेंगे. —- आज गरीबनाथ का होगा फूलों से महाशृंगार सावन की पहले सोमवार को बाबा गरीबनाथ का महाशृंगार फूलों से किया जाएगा. सबसे पहले बाबा का षोड्षोपचार किया जाएगा. बाबा को गंगाजल, दूध, दही, शक्कर से स्नान करा कर उनका पूजन किया जाएगा. फिर विभिन्न प्रकार के फूलों से उनका शृंगार होगा. फिर प्रधान आरती की जाएगी. मंदिर के प्रधान पुजारी पं.विनय पाठक ने कहा कि पूजन के बाद रात्रि दस बजे गर्भ गृह बंद कर दिया जाएगा.
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