25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Economic survey: भारत के ग्रोथ में अहम भूमिका निभा रहा पूंजी बाजार, उभरते बाजारों में भारतीय बाजार

Economic Survey: आर्थिक सर्वेक्षण में बताया गया भारतीय पूंजी बाजार में पूरे वित्त वर्ष शानदार प्रदर्शन किया है.लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण को पेश करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि भू-राजनीतिक चुनौतियों के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति अच्छी है.

Economic survey: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा सोमवार 22 जुलाई 2024 को लोकसभा में वित्तीय वर्ष 2023-24 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया गया. इस आर्थिक सर्वेक्षण में निर्मला सीतारमण ने भारत की आर्थिक व्यवस्था से जुड़ी अहम बातें बताएं. जिसमें निर्मला सीतारमण ने पूंजी बाजारों पर जोर देते हुए बताया कि शेयर मार्केट देश की आर्थिक तरक्की में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं. पूंजी बाजार देश की वृद्धि गाथा में अहम भूमिका निभा रहे हैं. इस समीक्षा में बताया गया कि इनोवेशन और डिजिटलीकरण के दम पर पूंजी निर्माण और निवेश परिदृश्य में बढ़ते हिस्सेदारी के साथ पूंजी बाजार देश की वृद्धि में अहम भूमिका निभा रहा है. साथ ही इस समीक्षा में यह भी बताया गया कि भारतीय बाजार वैश्विक भू-राजनीतिक और आर्थिक झटकों को सहने में अधिक सक्षम है. 

Also Read: Economic Survey: चाइनीज एफडीआई से ग्लोबल सप्लाई चेन में बढ़ेगी भारत की हिस्सेदारी

पूरे वित्त वर्ष कैसा रहा भारत कैपिटल मार्केट का प्रदर्शन 

आर्थिक समीक्षा 2024 में बताया गया कि पूरे वर्ष भारतीय पूंजी बाजार का प्रदर्शन दूसरे नंबर पर उभरते बाजारों में सबसे बेहतर रहा. बीतें वर्ष बीएससी के तीस शेयर सूचकांक सेंसेक्स में करीब 25 प्रतिशत बढ़े. चालू की वर्ष में भी पूंजी बाजार काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं. बीते कुछ दिन पहले सेंसेक्स ने करीब 80,000 अंक के स्तर को छू लिया था. निर्मला सीतारमण ने बताया कि इस उभरते बाजार हो की अच्छी प्रदर्शन का मुख्य कारण भारत की वैश्विक भू-राजनीतिक और आर्थिक झटकों को झेलने की क्षमता है. 

चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर 6.5-7 फीसदी रहने का अनुमान

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से लोकसभा में पेश आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में अनुमान लगाया गया है. इसमें कहा गया है कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 के दौरान आर्थिक वृद्धि दर 6.5-7.0 फीसदी रहने का अनुमान है. आर्थिक सर्वेक्षण में यह भी कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर अनश्चित आर्थिक प्रदर्शन के बावजूद घरेलू स्तर पर वृद्धि कारकों ने आर्थिक वृद्धि को समर्थन दिया है.

क्या होता है आर्थिक सर्वेक्षण

आर्थिक सर्वेक्षण सरकार के एक साल के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड होता है. इसे वित्त मंत्रालय की ओर से जारी किया जाता है. इसमें एक साल का विकास कार्यों का लेखा जोखा होता है. आर्थिक सर्वेक्षण से यह पता चलता है कि किस मद पर देश को फायदा हुआ है. किन सेक्टर में सरकार को नुकसान उठाना पड़ा है. आर्थिक सर्वेक्षण में यह साफ होता है. इसके अलावा इससे सरकार के आगे के नजरिये की भी जानकारी मिलती है.

Also Read: Budget 2024: USIBC ने दी बजट से पहले सुझाव, मीडिया और मनोरंजन उद्योग के लिए पीएल‌आई योजना की मांग

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें