– बख्तियारपुर में बीएओ पद पर रहने के दौरान 11 हजार रुपये घूस लेते हुए पकड़े गये थे नसीम अंसारीसंवाददाता, पटनाघूस लेने के आरोपित दनियावां के प्रखंड कृषि पदाधिकारी नसीम अंसारी को सेवा से कृषि विभाग ने बर्खास्त कर दिया है. पटना के बख्तियारपुर प्रखंड में कृषि पदाधिकारी के पद पर रहते हुए वे घूस लेते रंगेहाथ पकड़े गये थे. चार जुलाई 2015 को 11 हजार रुपये घूस लेते निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने उन्हें कार्यालय से गिरफ्तार किया था. कारावास की अवधि के दौरान कृषि विभाग ने उन्हें सस्पेंड कर दिया था. कारावास से आने के बाद 19 फरवरी ,2016 को विभाग ने उनका योगदान स्वीकृत किया. इसके बाद फिर निलंबित कर दिया.
कोर्ट के आदेश पर हुए थे निलंबनमुक्त
दो मई ,2016 को उनके खिलाफ जांच शुरू हुई. पटना प्रमंडल के संयुक्त निदेशक और पटना जिला कृषि पदाधिकारी ने मामले की जांच की. इस दौरान नसीम अंसारी हाइकोर्ट चले गये. हाइकोर्ट के आदेश पर उन्हें निलंबनमुक्त किया गया. इसी बीच जांच कमेटी ने जांच रिपोर्ट सौंपी. इसमें आरोप प्रमाणित पाये गये. 16 अक्तूबर, 2020 को नसीम अंसारी ने अपना पक्ष रखा. तथ्य नहीं होने के कारण उनका पक्ष स्वीकार योग्य नहीं माना गया. जांच रिपोर्ट के आधार पर उन्हें सेवा से बर्खास्त करने का निर्णय लिया गया. कृषि निदेशक के हस्ताक्षर से सेवा से सेवा से बर्खास्त करने का आदेश जारी किया गया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है