कोलकाता. बांग्लादेश का एक मरीज, जिसे आठ साल से ज़्यादा समय से लिवर के बाएं हिस्से में पथरी होने के कारण गंभीर दर्द की समस्या थी. बांग्लादेश में कई स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं से परामर्श करने के बावजूद बीमारी की सही प्रकृति का पता नहीं चल पाया. वहां कोई इलाज नहीं होने के बाद मजबूरन मरीज को कोलकाता शहर का रुख करना पड़ा. महानगर के एक निजी अस्पताल के डॉ संजय मंडल और उनकी टीम द्वारा मरीज की सफल लिवर रिसेक्शन सर्जरी की गयी. इस संबंध में डॉ संजय मंडल ने कहा कि हमारे अस्पताल पर पहुंचने पर मरीज की एक व्यापक और विस्तृत चिकित्सा मूल्यांकन किया गया. उन्नत इमेजिंग और डायग्नोस्टिक तकनीकों ने कई पत्थरों की उपस्थिति की पुष्टि की गयी और देखा गया कि मरीज एक दुर्लभ यकृत रोग से पीड़ित था, जिसके के कारण लीवर के प्रभावित हिस्से को हटाना आवश्यक हो गया. रोगी की छह घंटे तक सर्जरी की गयी और उसके 40 प्रतिशत लिवर को काट कर अलग कर दिया गया. उन्होंने कहा कि रोगी को आईसीयू में भी रखने की आवश्यकता नहीं पड़ी और ऑपरेशन के तीन दिन बाद ही उसे छुट्टी दे दी गयी. सर्जिकल टीम का नेतृत्व करने वाले डॉ संजय मंडल ने परिणाम पर अपनी संतुष्टि व्यक्त करते हुए कहा कि लंबे समय तक पीड़ा और स्थिति की जटिलता के कारण यह मामला विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण था. हालांकि, हमारी टीम की सावधानीपूर्वक योजना और निष्पादन ने सफल सर्जरी और रिकवरी का मार्ग प्रशस्त किया.
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