संवाददाता, कोलकाता
कोलकाता में चलने वाले सीएनजी वाहनों में प्रतिदिन 51 टन सीएनजी की खपत होती है, लेकिन वर्तमान में बंगाल गैस सर्विस मात्र 16 टन ही सीएनजी कोलकाता में उपलब्ध करवा पाता है. यह समस्या काफी गंभीर है, क्योंकि आये दिन शहर में सीएनजी वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है. कोलकाता में उपलब्ध सीएनजी गाड़ियों की खपत के अनुपात में मात्र 16 टन गैस काफी कम है, ऐसे में सीएनजी प्लांट को पाइप लाइन के माध्यम से कोलकाता को जोड़ने का काम जोरशोर से चल रहा है. आसनसोल, बर्दवान के रास्ते यह पाइल लाइन कोलकाता पहुंचेगी. बर्दवान के गलसी में सीएनजी पाइप लाइन बिछाने में जमीन को लेकर विवाद था, हालांकि अब जमीन की समस्या का समाधान कर लिया गया है. उम्मीद है दो से तीन महीने में सीएनजी पाइल पाइन को बिछाने का काम पूरा कर लिया जायेगा. काम पूरा होते ही कोलकाता में सीएनजी की सप्लाई पर्याप्त मात्रा में होने लगेगी. उक्त बातें परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने कहीं.यात्रियों की सुविधा पर विशेष जोर
सोमवार को परिवहन विभाग के टैंट कैंप कार्यालय में आयोजित ऐप कैब परिवहन संगठनों के साथ आयोजित बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए परिवहन मंत्री स्नेहाशीष चक्रवर्ती ने कहा कि पिछले दिनों ऐप कैब चालकों और ऐप कैब कंपनियों के खिलाफ कई शिकायतें मिली थीं, जिसके बाद यह बैठक बुलायी गयी. इस तरह की बैठकें पहले भी हो चुकी हैं. ऐप कैब के माध्यम से यात्रियों को बेहतर परिवहन सुविधा मिले इस पर हमारी नजर है. हम चाहते हैं कि यात्री को बेहतर परिवहन सुविधा मिले, साथ ही जो व्यवसाय कर रहे हैं, उनको भी लाभ मिले. बैठक में परिवहन सचिव सौमित्र मोहन भी शामिल थे.
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