वाराणसी: काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रावण मास (Sawan 2024) के पहले दिन श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा. मंगला आरती के बाद मंदिर का कपाट खुलने के साथ ही काशी हर हर महादेव के जयकारों से गूंज उठी. सोमवार शाम 6 बजे तक 2.5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा का जलाभिषेक किया. शिवभक्तों के स्वागत के लिए एक तरफ जहां रेड कॉरपेट बिछाया गया था तो वहीं दूसरी तरफ प्रशासनिक अधिकारियों ने भोले के भक्तों पर पुष्प वर्षा की. दोपहर बाद हुई बारिश से भी बाबा के भक्तों को राहत मिली.
यादव बंधुओं ने सबसे पहले किया जलाभिषेक
हर साल की तरह इस बार भी यादव बंधुओं ने काशी विश्वनाथ धाम में (Kashi Vishwanath Dham) सबसे पहले जलाभिषेक करके दशकों से चली आ रही परंपरा निभाई. सोमवार को काशी केसरिया रंग में रंगी हुई थी. बाबा के जलाभिषेक के लिए महादेव के भक्त रविवार रात से ही काशी में जुटने लगे थे. काशी में हर-हर महादेव और बोल बम के जयघोष से गूंज रही थी. दोपहर बाद वाराणसी में हल्की बारिश हुई. मौसम का मिज़ाज़ बदलने के बाद कतार में लगे बाबा के भक्तों को काफी राहत मिली. वाराणसी में कई दिनों से उमस भरी गर्मी से लोग बेहाल थे. धूप से बचने के लिए लगे जर्मन हैंगर और शेड पानी से भी बचाव के काम आया. वहीं बारिश से तपिश कम हुई और मौसम खुशनुमा हो गया.
सीएम योगी ने किए दर्शन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रावण मास के पहले ही दिन वाराणसी पहुंचकर काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की. विश्वनाथ मंदिर पहुंचने पर भक्तों का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अभिवादन किया. सीएम को देखकर भक्तों ने भी हर-हर महादेव का जयकारा लगाया. मुख्यमंत्री ने मंदिर प्रशासन, जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को श्रावण मास में काशी आने वाले श्रद्धालुओं की हर सुविधा का ध्यान रखने के निर्देश दिए. इससे पहले उन्होंने काशी के कोतवाल बाबा कालभैरव का भी विधि विधान से पूजा कर आशीर्वाद लिया. दर्शन-पूजन के दौरान प्रदेश सरकार के मंत्री दयाशंकर सिंह, दयाशंकर मिश्र ‘दयालु’, रवींद्र जायसवाल, विधान परिषद सदस्य हंसराज विश्वकर्मा आदि मौजूद थे. मुख्यमंत्री ने काशी विश्वनाथ धाम अन्न सेवा वैन को भी रवाना किया. मंदिर के भोजनालय में बने भोजन को यह पांच वैन हॉस्पिटलों और संस्कृत विद्यालयों में पहुंचाएगी.
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