17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Pentagon का बयान: आर्कटिक में रूस और चीन के बीच बढ़ता सहयोग

Pentagon: अमेरिकी सैन्य ने सोमवार को अपनी रणनीति जारी करते हुए कहा कि रूस और चीन का अर्कटिक में बढ़ता सहयोग क्षेत्रीय स्थिरता को प्रभावित कर सकता है.

Pentagon रिपोर्ट के अनुसार, रूस ने आर्कटिक क्षेत्र में सैकड़ों सोवियत युग की सैन्य स्थलों को फिर से सक्रिय कर दिया है. चीन, जो खुद को “निकट-आर्कटिक” राज्य मानता है, भी इस क्षेत्र में महत्वाकांक्षाएं रखता है और “पोलर सिल्क रोड” बनाने की योजना में है. चीन का ध्यान यहां के खनिज संसाधनों और नई शिपिंग मार्गों पर है, जो बढ़ते तापमान के कारण खुल रहे हैं.

अमेरिका की चिंता

पेंटागन की रिपोर्ट में कहा गया है कि , “रूस और चीन राष्ट्रीय शक्ति के विभिन्न साधनों के माध्यम से आर्कटिक में एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं.” हालांकि चीन और रूस के बीच कई मामलों में असहमति बनी हुई है, लेकिन इस क्षेत्र में उनका बढ़ता मेल चिंता का विषय है और अमेरिकी रक्षा विभाग इस सहयोग की निगरानी कर रहा है.

Also read: US election 2024: कमला हैरिस की दावेदारी कितनी मजबूत? नाम के अनुमोदन के बाद डोनाल्ड ट्रंप पर किया पहला हमलाUS election 2024

आर्कटिक शिपिंग मार्गों का महत्व

ग्लोबल वार्मिंग के कारण बर्फ की चादरें घटने से समुद्र में लंबे समय तक बर्फ रहित अवधि हो रही है, जिससे प्रशांत और अटलांटिक महासागरों के बीच प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं को जोड़ने के लिए आर्कटिक समुद्री मार्गों का उपयोग बढ़ रहा है. चीन और रूस मिलकर इन मार्गों को विकसित कर रहे हैं. रूस, पश्चिमी प्रतिबंधों के बीच चीन को अधिक तेल और गैस भेजना चाहता है, जबकि चीन मलक्का जलडमरूमध्य पर अपनी निर्भरता कम करने के लिए वैकल्पिक शिपिंग मार्ग की तलाश में है.

चीन का बयान

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने मंगलवार को कहा, “चीन सम्मानजनक, आपसी लाभ और स्थायी विकास के सिद्धांतों के तहत आर्कटिक मामलों में भाग ले रहा है और शांति व स्थिरता बनाए रखने के लिए अन्य पक्षों के साथ सहयोग को मजबूत कर रहा है.”

Also read: China में बाढ़ से 25 की मौत, दर्जनों लापता: बचाव अभियान तेज

सुरक्षा विशेषज्ञों की राय

सुरक्षा विशेषज्ञों और क्षेत्रीय सैन्य अधिकारियों का कहना है कि भारतीय महासागर शिपिंग मार्गों पर चीन की निर्भरता बीजिंग के लिए एक रणनीतिक कमजोरी है, खासकर ताइवान पर किसी संघर्ष की स्थिति में. पेंटागन की रिपोर्ट में कहा गया कि चीन आर्कटिक में बदलती परिस्थितियों का लाभ उठाकर अधिक प्रभाव और पहुंच प्राप्त करने, आर्कटिक संसाधनों का उपयोग करने और क्षेत्रीय शासन में बड़ी भूमिका निभाने की कोशिश कर रहा है.

Budget Special News

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें