मधुबनी. बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की राज्य सामान्य परिषद की सचिव मंडल की आपातकालीन बैठक के निर्णय के अनुसार एनएचएम कर्मियों ने मंगलवार को राज्य सरकार द्वारा एफआरएस से उपस्थिति संबंधित आदेश की प्रति जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. राज्य व्यापी आंदोलन के तहत मंगलवार को राज्य स्वास्थ्य समिति बिहार के अंतर्गत सभी संविदा कर्मियों द्वारा किये जा रहे अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार दूसरे दिन भी जारी रहा. इस आशय की जानकारी देते हुए जिला मंत्री प्रीति नारायण दास ने कहा कि कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति एवं स्वास्थ्य विभागीय अधिकारियों द्वारा संविदा कर्मियों के उचित मांगों को जानबूझकर अनदेखी की जा रही है. समान काम के लिए समान वेतन, कार्यस्थल पर महिलाओं के लिए बुनियादी सुविधाओं को उपलब्ध कराने, सभी संविदा पर कार्यरत कर्मियों को नियमित करने, सुदूर क्षेत्रों में महिला कर्मियों के सुरक्षा की गारंटी, पुरानी पेंशन व्यवस्था को लागू करने, फेस रिकॉग्निशन एटेंडेंस सिस्टम को वापस लेने जैसी मांगों पर ध्यान नहीं देना सरकार की कर्मचारी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. इसके विरुद्ध आंदोलन की अगली कड़ी के रूप में मंगलवार को सभी प्रखंड मुख्यालय में राज्य स्वास्थ्य समिति के आदेश की प्रतियां जलायी गई. उन्होंने कहा कि सरकार समस्याओं का समाधान नहीं करती है तो आंदोलन तेज किया जाएगा. मांग पूरा होने तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा.
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