मुख्य बातें
- ठगी का शिकार होने के बाद चंदननगर कमिश्नरेट के साइबर सेल में पीड़ित ने दर्ज कराई था शिकायत
- सीआइडी की टीम ने चंदन नगर कमिश्नरेट की पुलिस के साथ संयुक्त अभियान चलाकर किया अरेस्ट
कोलकाता, विकास कुमार गुप्ता : पश्चिम बंगाल पुलिस के सीआईडी (CID) की टीम ने गुप्त जानकारी के आधार पर साइबर ठगी के एक मामले की जांच करते हुए हरियाणा एवं दिल्ली से दो साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के नाम मनीष कुमार और सत्येन्द्र महतो बताया गया है. सीआईडी सूत्रों के मुताबिक मनीष का घर हरियाणा के फरीदाबाद में है, जबकि सत्येन्द्र दिल्ली के निहार विहार के निवासी बताये गये हैं. यह आरोपी देश के विभिन्न राज्यों में लोगों को फोन कर उन्हें क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने पर भारी मुनाफा होने का लालच देकर मोटी रकम ठग लेते थे. गिरफ्तार लोगों को ट्रांजिट रिमांड पर हरियाणा एवं दिल्ली से पश्चिम बंगाल में लाया गया है. यहां स्थानीय अदालत में पेश करने पर दोनों आरोपियों को 12 दिनों के लिए सीआईडी हिरासत में भेजने का आदेश दिया गया है.
कैसे हुआ इस तरह के ठगी का खुलासा
सीआईडी सूत्र बताते हैं कि कुछ दिन पहले हुगली जिले के चंदननगर का निवासी पीड़ित व्यक्ति ने चंदननगर कमिश्नरेट में इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई थी. उनका आरोप था कि क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने पर भारी मुनाफा होने का लालत दिखाकर यह गिरोह लोगों को ठगते थे. सीआईडी ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि इस फर्जीवाड़े गिरोह का नेटवर्क पूरे प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरे देश में फैला हुआ है. जांचकर्ताओं ने तकनीकी उपकरण की मदद से इनके ठिकाने का पता लगाया. इसके बाद सीआइडी की एक टीम हरियाणा के फरीदाबाद और दिल्ली के निहार बिहार में छापेमारी की. वहां से मनीष कुमार और सत्येन्द्र महतो को गिरफ्तार किया गया.
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ठगी गिरोह के प्रमुख हैं दोनों
सीआईडी सूत्रों का कहना है कि दोनों गिरफ्तार आरोपी देशभर में साइबर ठगी का जाल फैला चुके थे, दोनों इन गिरोह के प्रमुख लीडर हैं. दिल्ली व हरियाणा में बैठकर यह दोनों अपने गिरोह के सदस्यों को विभिन्न तरह की साइबर ठगी का निर्देश देते थे. इसके बाद ठगी की राशि को विभिन्न बैंक अकाउंट में मंगवाकर इन्हें विभिन्न तरीकों से एटीएम से नकदी निकाल लेते थे. सिर्फ चंदननगर कमिश्नरेट ही नहीं, बल्कि यह गिरोह पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में रहनेवाले लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं. सीआईडी की टीम गिरोह के इन सदस्यों से पूछताछ कर इस गिरोह में शामिल अन्य लोगों तक पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.
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