आरसीपी सिंह ने किया उग्रतारा दर्शन, स्थानीय लोगों से किया जनसंवाद महिषी पूर्व केंद्रीय मंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता आरसीपी सिंह ने अपने समर्थकों के संग बुधवार को मुख्यालय स्थित सिद्ध शक्तिपीठ उग्रतारा मंदिर में देवी दर्शन कर अभिष्ठ सिद्धि की कामना की. मंदिर न्यास के सचिव केशव चौधरी के पैतृक आवास पर स्थानीय बुद्धिजीवियों के साथ महिषी के आध्यात्मिक व सांस्कृतिक विरासत पर घंटों चर्चा की. कामेश्वर सिंह संस्कृत विश्वविद्यालय के पूर्व कुल सचिव डॉ शक्तिनाथ झा सहित अन्य से आचार्य मंडन व शंकर के बीच हुए शास्त्रार्थ पर संवाद किया व जानकारी ली. डॉ झा ने प्रदेश में संस्कृत शिक्षा के प्रति सरकार की उदासीनता पर संवेदना व्यक्त करते कहा कि संस्कृत हीं हमारी संस्कृति है व इसके लोप होने से हमारे संततियों का पैतृक संस्कार विलुप्त होने के कगार पर है. आचार्य मंडन के धाम पर राजकीय संस्कृत उच्च विद्यालय में ना तो भवन है और ना हीं शिक्षक. राज्य सरकार ने इतने बड़े पैमाने पर बीपीएससी से शिक्षकों की बहाली का कीर्तिमान स्थापित किया, लेकिन संस्कृत विद्यालय में एक भी पदस्थापन नहीं किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है. इस दिशा में पहल किया जाना आवश्यक है. स्थानीय लोगों ने क्षेत्र में माछ, मखाना के उत्पाद को बढ़ावा दिलाये जाने व मक्का आधारित उद्योग लगाये जाने पर प्रयास किये जाने की मांग की. श्री सिंह ने आने के प्रयोजन व उद्देश्य पर जानकारी देते बताया कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर वे पिछले कुछ महीनों से दिल्ली प्रवास पर थे. लोगों में गुमशुदा होने की चर्चा पर विराम लगाने की मंशा से बिहार दर्शन पर निकला हूं. लोगों से स्थानीय विरासत व जनसमस्याओं पर चर्चा हो रही है. केंद्र सरकार ने बिहार के समग्र विकास के लिए अभूतपूर्व आवंटन की घोषणा की है व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में प्रदेश का हर संभव विकास होगा. कार्यक्रम के संयोजक केशव चौधरी, भाजपा जिलाध्यक्ष दिवाकर सिंह, रालोमो प्रदेश महासचिव शिवेंद्र कुमार सिंह जीशू, मंडल अध्यक्ष कुमार गौरव सहित अन्य ने पाग, चादर, माला व बुके देकर अभिनंदन किया. मौके पर मधुकांत चौधरी, सुमन कांत चौधरी, विनय झा, पंडित सुंदर कांत झा सहित अन्य मौजूद थे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है