संवाददाता, सीवान. वर्चुअल माध्यम से बैठक कर जिला में आयुष्मान कार्ड बनाने के विशेष अभियान की समीक्षा कर डीएम मुकुल कुमार गुप्ता ने कई आवश्यक निर्देश दिया. बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि इस योजना का जितना अधिक से अधिक प्रचार होगा, लाभुकों की संख्या में उतनी बढ़ोत्तरी होगी. बैठक में ज़िला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निदेश दिया कि सभी पीडीएस दुकान पर वीएलइ के अलावे पंचायत कार्यपालक सहायक, विकास मित्र, इंदिरा आवास सहायक, जीविका के कैडर/कर्मी, आईसीडीएस के एलएस/अन्य तथा आशा /फैसिलिटेटर को भी अविलंब टैग करें एवं आयुष्मान भारत मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से सेल्फ रजिस्ट्रेशन की सुविधा के माध्यम से ज़्यादा से ज़्यादा लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड निर्गत करवायें. ताकि ज़िला के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके. उन्होंने निदेश दिया कि सभी राशन कार्डधारी परिवार के सभी सदस्यों का अलग अलग आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए पंचायती राज प्रतिनिधि, आशा, जीविका, आईसीडीएस एवं विकास मित्र उन्हें प्रेरित कर पीडीएस पर भेजेंगे. विभिन्न विभागों के प्रतिनियुक्त किये गये ऑपरेटरों/कर्मियों/ कैडर का विवरण विहित प्रपत्र में ज़िला क्रियान्वयन इकाई (आयुष्मान भारत ) को अविलंब प्रतिवेदन भेजें. जीविका को भी सक्रिय कर कार्ड बनवाने के कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया गया. वैसे वीएलई जो अपने कार्य को जिम्मेदारी पूर्वक नहीं कर रहे हैं उनके लाइसेंस को निरस्त करने की भी कार्रवाई की जायेगी. 25 जुलाई को विशेष निरीक्षण अभियान चलाया जाएगा. सभी प्रखंडों के वरीय पदाधिकारी को आदेश दिया गया है कि वह अपने से संबंधित प्रखंडों में आयुष्मान कार्ड बनाए जाने की स्थिति की स्थल पर जाकर समीक्षा करें. अगस्त में बेरोजगारों के लिए आयोजित होगा चार रोजगार मेला डीआरसीसी के कार्यों की समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता ने निर्देश दिया कि जुलाई में शत प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु कम से कम बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना में 700 आवेदन की एंट्री निश्चित रूप से करावे. कोचिंग संस्थान में काउंसलिंग करने एवं अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को कुशल युवा कार्यक्रम के अंतर्गत प्रशिक्षण देने का भी निर्देश दिया. साथ ही टॉपर छात्रों को काउंसलिंग कर रोजगार मेला में आमंत्रित करने को भी कहा. जिला नियोजन पदाधिकारी को अगस्त में कम से कम चार नियोजन मेला का आयोजन करने का निर्देश दिया. युवाओं को दी जा रही बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना एवं कुशल युवा कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए जिला पदाधिकारी ने बताया कि बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड के जरिए राज्य सरकार द्वारा उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले युवक/युवतियों को क्रमशः 04% एवं 01% साधारण ब्याज के साथ 04 लाख रुपये तक का ऋण उपलब्ध कराया जाता है, जिसे युवक/युवतियों द्वारा शिक्षा पूरा होने के एक साल बाद मसलन- अगर कोई युवक/युवतियाँ 04 साल का कोर्स कर रहा है, उन्हें अपना कोर्स पूरा होने के एक साल बाद ही साधारण ब्याज सहित 84 किस्तों पर ऋण लौटना होगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सूबे के 12वीं पास बेरोजगार युवक/युवतियों, जिनकी आयु 20- 25 वर्ष है, को मुख्यमंत्री निश्चय स्वयं सहायता भत्ता योजना के तहत एक हजार रुपए की राशि दो वर्षों तक प्रतिमाह देती है, जबकि कुशल युवा कार्यक्रम के अन्तर्गत 15-33 वर्ष के उम्र वाले छात्र-छात्राओं को कुशल युवा कार्यक्रम के माध्यम से कंप्यूटर शिक्षा, कम्युनिकेशन स्किल एवं सॉफ्ट स्किल का प्रशिक्षण दिया जाता है.
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