-एसकेएमसीएच में इलाज के दौरान चाइनीज बंदी ली जियाकी की हो गयी थी मौत -ब्रह्मपुरा थाना व सेंट्रल जेल पहुंच कर ली जियाकी के कपड़े, सामान व रुपये पुत्र ने लिया मुजफ्फरपुर. एसकेएमसीएच के मॉर्च्यूरी में रखे चाइनिज नागरिक ली जियाकी (62) के शव का गुरुवार को शहर में ही अंतिम संस्कार किया जाएगा. चाइना से मृतक बंदी का पुत्र कांसुलेट के अधिकारियों के साथ बुधवार को शहर पहुंचे. ब्रह्मपुरा थाना व शहीद खुदीराम बोस केंद्रीय कारा पहुंच कर ली जियाकी के बैग, कपड़े व रुपये को रिसिव कर लिया है. मृतक के परिजन व कांसुलेट के अधिकारियों की ओर से सेंट्रल जेल प्रशासन को दी गयी जानकारी में ली जियाकी के शव को चाइना ना ले जाकर मुजफ्फरपुर में ही अंतिम संस्कार करने की बात बतायी गयी है. इसको लेकर देर शाम तक कागजी प्रक्रिया पूरी की गयी है. गुरुवार को शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा. जेल प्रशासन व जिला पुलिस को आशंका थी कि ली जियाकी के शव को उनके परिजन चाइना भी ले जा सकते हैं. लेकिन, पुत्र मुजफ्फरपुर पहुंचने के बाद यहीं अंतिम संस्कार करने की बात कही है. जानकारी हो कि, चाइनीज नागरिक ली जियाकी को बीते पांच जून को संदिग्ध स्थिति में लक्ष्मी चौक पर घूमते हुए पकड़ा गया था. पूछताछ के दौरान वह बताया था कि नेपाल का वीजा लेकर वह बीते एक जून को नेपाल पहुंचा था. इसके बाद नेपाल बॉर्डर से बस पकड़ कर बिना वीजा के अवैध रूप से भारत के बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर पहुंच गया . उसके पास से एक काला रंग का बैग मिला जिसमें उसका चाइना का पासपोर्ट, एक वीवो कंपनी का स्क्रीन टच मोबाइल फोन, एक सफेद रंग का मोबाइल चार्जर, एक वीडियो कोच बस का टिकट , चाइनीज भाषा में लिखा हुआ एक विजिटिंग कार्ड, चाइनिज नोट, एप्पल का दाढी ट्रिमिंग मशीन, एक चाइना का मैप, तीन पत्थर की छोटी मूर्ति, तीन छोटा – छोटा पत्थर , दो पासपोर्ट आकार का फोटो व भारी संख्या में चाइनीज करेंसी बरामद हुआ था. बिना वीजा के भारत में प्रवेश करने के कारण फॉरनर्स अमेंडमेंट एक्ट में ब्रह्मपुरा थानेदार सुभाष मुखिया के बयान पर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. पूछताछ के बाद उसको कोर्ट में प्रस्तुत करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. सेंट्रल जेल में उसको चिकित्सीय जांच के बाद उसको अस्पताल में ही रखा गया था. चाइनीज बंदी बाथरूम में अपने चश्मा का शीशा फोड़ लिया और हाथ की नस काट लिया, सीना पर गहरा जख्म बना लिया. अंडकोष को जख्मी कर बाहर निकाल लिया था. उसको बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती कराया था. जहां 11 जून की सुबह उसकी मौत हो गयी थी. चाइनीज बंदी की मौत की न्यायिक जांच भी करायी गयी है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है