पशुपति पारस गुट (Pashupati Paras Party) के नेता और लोक जनशक्ति पार्टी राष्ट्रीय के कोषाध्यक्ष सुनील सिन्हा से एक बार फिर ईडी ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में पूछताछ कर रही है. IAS संजीव हंस (Sanjeev Hans) के करीबी रहे सुनील सिन्हा को ईडी ने आज (25 जुलाई) दूसरी बार पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय बुलाया है.
ईडी की पूछताछ पर क्या बोले सुनील सिन्हा?
सुनील सिन्हा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि संजीव हंस से मेरा पहले अच्छा संबंध था. उनके पास आना-जाना मेरा लगा रहता था, लेकिन कुछ कारणों से बीच में दूरी बन गई थी. उन्होंने कहा कि संजीव हंस का जब एक महिला से दुष्कर्म मामले में बात सामने आई तो हमने महिला का समर्थन किया था.उन्होंने आगे कहा कि 19 जुलाई को ईडी ने हमें पहली बार कार्यालय में बुलाया था.
तब ईडी ने हमसे संजीव हंस की आमदनी और उनके खर्च के बारे में पूछताछ की थी. मुझे जो जानकारी थी हमने उस वक्त उनको साफ तौर पर बता दिया था. महिला को चुप करने के लिए संजीव हंस ने 5 करोड़ रुपए दिए थे. उन्होंने कब-कब और किस-किस रूप में पैसे दिए हैं हमने इसकी पूरी जानकारी ईडी को दी थी.आज फिर ईडी ने मुझे बुलाया है वे जो भी सवाल करेंगे मैं उसका जवाब दूंगा.
ईडी ने की थी छापेमारी
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 16 जुलाई, 2024 को इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार कैडर के सीनियर आईएएस अधिकारी संजीव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव के ठिकानों पर छापेमारी की थी. ईडी का यह रेड दिल्ली, पुणे और बिहार सहित कई जगहों पर हुई थी. संजीव हंस 1997 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. अभी वो ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव हैं.
क्या है मामला..
आईएएस संजिव हंस और पूर्व विधायक गुलाब यादव के खिलाफ एक महिला ने गंभीर आरोप लगाते हुए केस भी दर्ज किया था.महिला ने इन दोनों पर आरोप लगाते हुए कहा था कि वर्ष 2016 में पूर्व विधायक गुलाब यादव ने महिला आयोग का सदस्य बनाने के लिए प्रलोभन देकर बुलाया और फिर गन पॉइंट पर उसके साथ दुष्कर्म किया गया. एफआईआर करने गई तो उसने जान से मारने की धमकी दी. इससे मैं डर गई थी. इसके बाद 2017 में गुलाब यादव ने संजीव हंस जो अभी ऊर्जा विभाग के सचिव हैं उनको लेकर आया और कई होटलों में दोनों ने मिलकर उसके साथ दुष्कर्म किया था.