एक्टू की ओर से गुरुवार को तिलकामांझी चौक पर सरकार की नीतियों को मजदूर विरोधी करार देते हुए प्रदर्शन किया गया. इसके साथ ही मजदूरों का 15 दिवसीय देशव्यापी प्रतिरोध अभियान शुरू हो गया. इस दौरान मजदूरों व एक्टू कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की. सरकार महंगाई, निजीकरण, क्रिमिनल कोड, न्यूनतम मजदूरी समेत अन्य मुद्दों को उठाते हुए सरकार को घेरा.
प्रदर्शन का नेतृत्व एआईसीडब्ल्यूएफ के राष्ट्रीय महासचिव एसके शर्मा व एक्टू के राज्य सह जिला सचिव मुकेश मुक्त, संयुक्त जिला सचिव अमर कुमार, बिहार राज्य निर्माण मजदूर यूनियन के संयुक्त सचिव चंचल पंडित व असंगठित कामगार महासंघ के राज्य कमेटी सदस्य सिकंदर तांती ने किया.
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एसके शर्मा और राज्य सह जिला सचिव मुकेश मुक्त ने कहा कि अपने तानाशाह चरित्र के अनुरूप, मोदी सरकार ने अपने तीसरे कार्यकाल में लोकसभा चुनावों के जनादेश को अहंकारपूर्वक ठुकरा दिया है और मजदूरों के खिलाफ और कारपोरेट्स के पक्ष में वही विनाशकारी नीतियां अपना रही है. एक्टू ने मांग की कि राष्ट्रीय न्यूनतम मजदूरी बढ़ाई जाय और मजदूरों के सामाजिक सुरक्षा की गारंटी हो.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है