विभूतिपुर. सिंधिया बुजुर्ग उत्तर पंचायत के वार्ड स्थित सलखन्नी घाट के समीप गुरुवार सुबह बूढ़ी गंडक नदी में स्नान करने के दौरान सहोदर भाई-बहन नदी की गहराई में समा गए. स्थानीय ग्रामीण व परिजनों की सूचना पर स्थानीय पुलिस और एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंची. एसडीआरएफ की टीम दिनभर नदी में खाक छानती रही. लेकिन, देर शाम तक दोनों को कोई सुराग नहीं मिला. सिंघिया बुजुर्ग उत्तर पंचायत के सलखन्नी वार्ड 12 निवासी रामचंद्र सहनी की पुत्री फूलो देवी गुरुवार सुबह नागपंचमी का मेला देखने अपने बच्चों के साथ मायके आई थी. परिजनों ने बताया कि मंगलवार सुबह मायका आने के बाद फूलो अपने 14 वर्षीय पुत्र विनित कुमार और पुत्री विनिता कुमारी के साथ घर के पास ही सलखन्नी घाट पर बूढ़ी गंडक नदी में स्नान करने पहुंची. स्नान क्रम में विनित और विनिता दोनों भाई बहन नदी तेज धार में पिसलकर गहराई में समा गए. फूलो ने शोर मचाया. आसपास लोगों की भीड़ एकत्र हो गई. स्थानीय गोताखोर ने नदी में डूबे दोनों भाई बहन को काफी तलाश किया. लेकिन कोई सुराग नहीं मिला. ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस और एसडीआरफ की टीम को घटना की जानकारी दी. जिसके बाद एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर पहुंचकर नदी में डूबे भाई बहन की तलाश शुरु कर दी. एसडीआएफ की टीम दिनभर नदी में खाक छानती रही. लेकिन, देर शाम तक भाई बहन का कोई सुराग नहीं मिला. इधर, घटना के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. नदी में लापता बच्चों की मा फूलो देवी ने बताया कि पूर्णिया जिला के गुलाब बाग में उसका ससुराल है. वह मंगलवार सुबह ही नागपंचमी का मेला देखने अपने बच्चों के साथ मायके आई थी. उसने बताया कि बच्चों के सवस्थ्य जीवन की कमाना को लेकर नागपंचमी के मेला में माता को खोइछां भरने की मुरादी मांगी थी. लेकिन, दुर्भाग्यवश यह घटना घटित हो गई. घटना के बाद आसपास के लोग परिजनों को ढांढस दे रहे हैं. मौके पर स्थानीय सरपंच अरविंद कुमार, मनोज कुमार, श्याम किशोर कमल,अजय कुमार, देवेंद्र पासवान समेत दर्जनों आसपास के लोग मौजूद रहे.
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