दरभंगा. बहेड़ी अंचल में दाखिल- खारिज से संबंधित आवेदन निष्पादन की स्थिति ठीक नहीं है. म्यूटेशन से संबंधित आवेदन निष्पादन की अधिकतम निर्धारित अवधि 63 दिन बीत जाने के बावजूद तीनों स्तर पर 1063 आवेदन लॉगइन में लंबित है. निर्धारित अधिकतम अवधि 63 दिन बीत जाने के बावजूद लॉगइन में लंबित पड़े होने का कारण क्या है, इसका जवाब न तो अंचलाधिकारी, न राजस्व अधिकारी और न ही राजस्व कर्मचारी के पास था. इसका उजागर अपर समाहर्ता राजस्व नीरज कुमार दास के अंचल निरीक्षण के दौरान अभिलेखों के अवलोकन से हुआ है. अपर समाहर्ता ने सीओ एवं आरओ से कहा कि हलका पर राजस्व कर्मचारी का एजेंट नजर नहीं आना चाहिए. साक्ष्य प्राप्त होने पर राजस्व कर्मचारी की सेवा समाप्त करने से संबंधित पत्र समाहर्ता को लिखा जा सकता है. एजेंट टाइप लोग अगर हलका पर नजर आएंगे, तो प्राथमिकी दर्ज होगी. बहेड़ी अंचल से लौटने पर अपर समाहर्ता राजस्व ने कहा कि डीएम सह समाहर्ता राजीव रोशन की अध्यक्षता में 18 जुलाई को राजस्व एवं भूमि सुधार से संबंधित बैठक समाहरणालय परिसर में हुई थी. समीक्षा के दौरान म्यूटेशन से संबंधित आवेदन निष्पादन की स्थिति बहेड़ी अंचल की संतोष जनक नहीं पाई गई थी. समाहर्ता के निर्देश पर बहेड़ी अंचल कार्यालय में म्यूटेशन से संबंधित आवेदन निष्पादन का अवलोकन करने पहुंचा था. अंचल में पदाधिकारी सहित कर्मी उपस्थित थे, परंतु म्यूटेशन आवेदनों का निष्पादन संतोषजनक नहीं था. न ही संतोष जनक उत्तर किसी भी स्तर पर दिया गया. सीओ एवं आरओ को निर्देश दिया गया है कि दो दिनों के अंदर प्रगति प्रतिवेदन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें. अपर समाहर्ता राजस्व ने बताया कि 63 दिन बीत जाने के बावजूद म्यूटेशन आवेदन निष्पादन से संबंधित राजस्व कर्मचारी के लागइन में 777, राजस्व अधिकारी के लागइन में 87 एवं सीओ के लागइन में 199 आवेदन लंबित मिला है.
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