संवाददाता, बेरमो.
गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से गुरुवार को मिलकर बेरमो (मुख्यालय तेनुघाट) अनुमंडल को जिला बनाने की मांग की है. उन्होंने मुख्यमंत्री को इस बात से अवगत कराया है कि बेरमो (मुख्यालय तेनुघाट) झारखंड राज्य का सबसे समृद्ध खनिज संपदाओं से परिपूर्ण व अविभाजित बिहार में 1972 में बनने वाला सबसे पुराना अनुमंडल है. बेरमो ( मुख्यालय तेनुघाट) को जिला बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही है. मगर कतिपय कारणों से अब तक इसे जिला का दर्जा नहीं मिल पाया है. उन्होंने कहा कि झारखंड में कई ऐसे जिले हैं, जो बेरमो (तेनुघाट) अनुमंडल के निर्माण एवं आबादी के आंकड़े में पीछे हैं, फिर भी उसे जिला बनाया गया है. बेरमो( तेनुघाट) अपने आप में जिला बनने की सभी अर्हता पूरी करता है. बेरमो अनुमंडल का सृजन आज से 50 वर्ष पूर्व किया गया था. 2011 की जनगणना के अनुसार आबादी 11,07,672 है, जो मौजूदा समय में करीब 15 लाख है. बेरमो अनुमंडल में 14 थाना, चार ओपी व सात प्रखंड क्रमशः पेटरवार, कसमार, जरीडीह, बेरमो, गोमिया, नावाडीह व चंद्रपुरा है. यह अनुमंडल सबसे समृद्ध व खनिज संपदाओं से भरा पड़ा है. यहां चार विद्युत उत्पादन उत्पादक केंद्र (थर्मल पावर स्टेशन) क्रमशः टीपीपीएस, सीटीपीएस, बीटीपीएस व कैप्टिव पावर प्लांट है. सीसीएल के तीन क्षेत्र क्रमशः कथारा, करगली व ढोरी है, जहां दर्जनों परियोजनाएं विद्यमान हैं. सीसीएल के दर्जनों कोलियरियों से प्रतिवर्ष करोड़ों टन कोयला का उत्पादन होता है. जिसका लाभ सीधा राज्य सरकार व केंद्र सरकार को मिलता है. इसके अतिरिक्त सीसीएल व बीसीसीएल की चार कोल वाशरी स्वांग, कथारा, करगली व दुगदा में है. अभी एक और कॉल वाशरी निर्माणाधीन है. एशिया महादेश का सबसे पहला बारूद का कारखाना बेरमो अनुमंडल के गोमिया में है. डीवीसी व बीसीसीएल के कई कोलियारियां भी इस अनुमंडल में हैं. दो भारतीय जीवन बीमा के शाखाएं व दर्जनों सरकारी और अर्ध सरकारी बैंक भी अवस्थित है. झारखंड सरकार को प्रतिवर्ष 27 करोड़ रुपये का राजस्व देने वाला एशिया महादेश का सबसे बड़ा अर्थन(मिट्टी का ) डैम तेनुघाट में अवस्थित है, इसके अतिरिक्त कोनार डैम भी है. तेनुघाट डैम से पनबिजली तैयार करने की परियोजना लगभग बनकर तैयार है. जबकि कोनार डैम में पन बिजली उत्पादन करने की प्रक्रिया अभी लंबित है. वर्तमान में तेनुघाट अनुमंडल मुख्यालय में स्थायी उपकारा, स्थायी व्यवहार न्यायालय का भव्य व आकर्षक भवन, अनुमंडलीय अस्पताल, न्यायिक पदाधिकारी के लिए स्थायी आवास, अनुमंडल पदाधिकारी व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के लिए स्थायी आवास, अनुमंडलीय अस्पताल में पोस्टमार्टम हाउस, स्थायी कोषागार, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग का स्थायी कार्यालय, अनुमंडल पदाधिकारी के स्थायी कार्यालय बने हुए हैं. यहां पांच डिग्री कॉलेज, नौ इंटर कॉलेज, एक जवाहर नवोदय विद्यालय, डीएवी विद्यालय के साथ स्कूल, 20 उच्च विद्यालय, सिंचाई विभाग का अंचल व प्रमंडल कार्यालय, वाणिज्य कर विभाग का कार्यालय भी कार्यरत है, जो जिला बनाने में काफी कारगर सिद्ध हो सकते हैं. बेरमो अनुमंडल का अधिकांश भाग उग्रवाद से प्रभावित है, जो जिला मुख्यालय से सुदूर है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधायक डॉ लंबोदर महतो की बातों व मांगों को ध्यानपूर्वक सुनने के बाद इस विषय पर समुचित कदम उठाने को लेकर आश्वस्त किया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है