पूर्णिया. पूर्णिया विवि के वर्तमान कुलपति प्रो. राजनाथ यादव का कार्यकाल समाप्त होने में अब चंद रोज बचे हैं. ऐसे में जानकारों का मानना है कि कुछ जरूरी काम अब अधूरे रह जाएंगे. इन कार्यो को मंजिल तक पहुंचाना अगले वीसी का अहम दायित्व होगा. इनमें सबसे ज्यादा जरूरी है सभी अंगीभूत कॉलेजों को नैक से बेहतर मूल्यांकित होना. वर्तमान कुलपति प्रो. राजनाथ यादव ने इसके लिए काफी पहल की. नोडल पदाधिकारी तक नियुक्त किये. इसके बाद भी केवल पूर्णिया कॉलेज ही इस कसौटी पर खरा उतर पाया. पूर्णिया महिला महाविद्यालय समेत 14 अंगीभूत कॉलेजों को नैक से मूल्यांकित होना शेष है. पूर्णिया महिला महाविद्यालय में ही तीनों संकाय में पीजी की पढ़ाई शुरू कराने का प्रस्ताव सीनेट ने पारित कर दिया है. हालांकि उसे अमलीजामा पहनाने की गति अभी धीमी ही है. इसमें सबसे महत्वपूर्ण प्रक्रिया राज्य सरकार से अनुमति हासिल करने की है. पहले सत्र के बाद नहीं हो पाया छात्र संघ चुनाव पूर्णिया विवि ने अपने प्रथम शैक्षणिक सत्र में छात्र संघ चुनाव कराया था. उसके बाद से छात्र संघ का चुनाव लंबित है. कुलपति प्रो. राजनाथ यादव ने कई मौकों पर छात्र संघ का चुनाव कराने की प्रतिबद्धता दोहरायी. मगर यह चुनाव अभी तक लंबित है. जबकि छह शैक्षणिक सत्र के बाद भी अभी तक छात्र संघ का कोष खाली है. सिंथेटिक ट्रैक पर स्टेट-नेशनल गेम खेलो इंडिया के तहत पूर्णिया विवि के अधीन इंदिरा गांधी स्टेडियम में 7 करोड़ की लागत से सिंथेटिक एथलेटिक्स ट्रैक का लोकार्पण तो हो गया है पर रखरखाव के अभाव में ट्रैक की हालत दयनीय हो गयी है. इसे दुरुस्त कराकर स्टेट-नेशनल गेम कराना अब नये वीसी की जवाबदेही होगी. इन उपलब्धियों की चर्चा – पीजी-पीएचडी की मान्यता हासिल करना – प्लेसमेंट सेल को क्रियाशील करना – शैक्षणिक सत्र को नियमित करना – सेमिनार व वेबिनार का माहौल बनाना – शिक्षक व कर्मियों की प्रोन्नति का कार्य – एकेडमिक ब्लॉक का नक्शा तैयार ———————— इन प्रकरण की भी याद – सैलरी-पेंशन प्रकरण – प्रधानाचार्यों का एकमुश्त स्थानांतरण – यूआमआइएस की लापरवाही – बीएड की मान्यता देने में तकनीकी चूक —————— फोटो. 26 पूर्णिया 10 परिचय- कुलपति प्रो. राजनाथ यादव
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