गया. चातुर्मास शुरू होने के साथ हरी सब्जियों के दाम कम हुए हैं. सस्ती होने से अब हरी सब्जियां आम लोगों के बजट में आने लगी है. दिहाड़ी मजदूर व अन्य वर्ग के रोज कमाने खाने वाले लोग भी अब हरी सब्जियों का स्वाद लेने लगे हैं. आम वर्ग की बजट में आने से अब हरी सब्जियां उनकी थालियां का भी स्वाद बढ़ा रही हैं. चातुर्मास से पहले अधिकतर हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे थे. कद्दू 50 तो परोर 60 रुपये प्रति किलो बिक रहा था. भिंडी, बोड़ा, करेला, झिंगी, परवल सहित अधिकतर हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे थे. इसके कारण गरीब व मध्यम वर्ग की पहुंच से हरी सब्जियां काफी दूर हो गयी थीं. संपन्न परिवार के लोग भी महंगा होने के कारण जरूरत से भी कम हरी सब्जियों की खरीदारी कर रहे थे. लेकिन चातुर्मास शुरू होने के साथ सभी तरह के मांगलिक व शुभ कामों पर लोग रोक लगने के बाद व आवक से कम मांग होने से हरी सब्जियों के दाम काफी सस्ती हो गयी है. मालूम हो कि चातुर्मास से पहले वैवाहिक लगन, पार्टी फंक्शन, गृह प्रवेश, मुंडन, जन्मदिन व अन्य सभी तरह के मांगलिक व शुभ काम होने से हरी सब्जियों की मांग काफी अधिक थी. जबकि गर्मी से हरी सब्जियां व इसके पौधे 75 प्रतिशत तक नष्ट हो जाने से इसकी कीमत काफी महंगी हो गयी थी. शुक्रवार को अधिकतर हरी सब्जियां 20 से 30 रुपये प्रति किलो की दर से खुदरा बाजार में कारोबारी द्वारा बेची गयी.
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