Jharkhand Weather: जमशेदपुर-शहर में मॉनसून सक्रिय हो गया है. शुक्रवार को भी सुबह से ही बादल छाया रहा. दोपहर और शाम में जमकर बारिश हुई. बारिश गर्मी से राहत के साथ आफत भी लेकर आयी. टिनप्लेट गोलचक्कर समेत शहर के विभिन्न क्षेत्रों में जलजमाव होने जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी में पानी घुस गया. 12.6 मिमी बारिश से पूरा शहर पानी-पानी हो गया.
बागबेड़ा नयी बस्ती के 40-50 घरों में घुसा पानी
जमशेदपुर में तेज बारिश के कारण बागबेड़ा नयी बस्ती के निचले क्षेत्र के 40-50 घरों में पानी घुस गया. इससे पूरे क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति बन गयी. पानी घुसने से बस्तीवासियों ने अपने चूल्हा-चौकी व अन्य सामान को घर से दूसरे जगहों पर हटा दिया है. नयी बस्ती के पास बने स्लुइस गेट की जर्जर स्थिति की वजह से लोगों को बारिश होने पर बाढ़ वाली स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल स्लुइस गेट खराब होने की वजह से जाम है. स्लुइस गेट के पास कचरा जमा हो गया है. गेट नहीं खुलने से नाला का पानी नदी में नहीं जा पा रहा है. नतीजतन पानी नयी बस्ती की ओर ओवरफ्लो हो जा रहा है. फिलहाल आसमान में काले बादल को देखकर बस्तीवासियों में भय का माहौल बना हुआ है, क्योंकि लगातार बारिश होने की स्थिति में नयी बस्ती में और कई घरों में पानी घुस सकता है.
पिगमेंट गेट के पास जलजमाव में फंसे वाहन
जुगसलाई स्थित टाटा पिगमेंट गेट के पास रेलवे के अंडरब्रिज के पास लबालब पानी भर गया. गाड़ियों की आवाजाही मुश्किल हो गयी थी. गाड़ियां नहीं जा सकी. इसे लेकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. दूसरी ओर जुगसलाई फाटक पर बनाये गये ओवरब्रिज से जैसे ही जुगसलाई की ओर लोग उतरते हैं, वहां नाला का पानी बहता है. करीब एक माह से नाला का पानी बह रहा है. इस कारण वहां जाम हो जा रहा है. सबसे मुश्किल तो वहां से गुजरने वाले लोगों को हो रहा है. नाले का पानी को पार कर जाना पड़ता है. इस समस्या का हल निकालने वाला कोई नहीं है. इसे लेकर लोगों ने कई बार जुगसलाई नगर पर्षद के अधिकारियों को जानकारी दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इस वजह से लोगों में काफी गुस्सा का सामना करना पड़ रहा है.
एमजीएम अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में घुसा पानी, मरीजों को हुई परेशानी
तेज बारिश के कारण विभिन्न क्षेत्रों में पानी का जमाव हो गया. वहीं कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में कई जगहों पर पानी भर गया. अस्पताल परिसर में पानी का जमाव होने के साथ-साथ शिशु रोग विभाग के समीप और लांड्री में भी पानी घुस गया. इससे डॉक्टरों व कर्मचारियों को आने जाने में काफी परेशानी हो रही थी. इसके साथ ही अस्पताल के इमरजेंसी के पास बरामदा में बने वार्ड में खिड़की से पानी घुस गया. इससे वहां भर्ती मरीजों को काफी परेशानी हुई. वहीं पानी बंद होने के बाद अस्पताल के कर्मचारियों ने पानी को बाहर निकाला. अस्पताल में भर्ती मरीजों ने बताया कि जब भी बरसात होती है, तो खिड़की से वार्ड में पानी घुस जाता है.
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