गुरारू.
प्रखंड के डीहा पंचायत में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के तहत कचरा प्रबंधन का काम करनेवाले स्वच्छता कर्मियों को पिछले आठ माह से वेतन नहीं मिला है. इससे आर्थिक तंगी का सामना करने को विवश हैं. कर्मियों ने बताया अपने-अपने गांव में स्वच्छता कर्मी के रूप में काम कर रहे हैं. इससे पहले डीहा मुखिया सुनीता देवी के द्वारा वेतन भुगतान कर दिया गया था. उसके बाद से लगभग आठ माह का वेतन बकाया है. हमलोग अपने घर का पालन पोषण नहीं कर पा रही. अपने पैसे के लिए दर-दर भटक रहे. बाहर का काम छोड़कर स्वच्छता कर्मी में ज्वाइन किया था, ताकि हमलोग घर का पालन पोषण कर सकें. यहां तो काम करने के बाद भी पैसा जल्दी नहीं मिल रहा है. बता दें कि होली जैसे बड़े त्योहार में भी वेतन नहीं मिला है. अब तो रक्षाबंधन पर्व भी आनेवाला है. लेकिन वेतन का कोई अता पता नहीं है. इस संबंध में मुखिया प्रतिनिधि मिंटू मरांडी से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि स्वच्छता कर्मियों का वेतन लंबे समय में रुका हुआ है. प्रशासन के लापरवाही के कारण आजकल कहकर टालमटोल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मैं खुद चाहता हूं जल्द से जल्द स्वच्छता कर्मियों का वेतन मिले. स्वच्छता कर्मियों का वेतन भुगतान करने के लिए अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है