प्रतिनिधि, जमुई. पुलिस ने जिले के खैरा थाना क्षेत्र से शुक्रवार को एक ऐसे ठग भोला यादव को गिरफ्तार किया है, जिसने कई लोगों को लाखों रुपये का चूना लगा दिया. धान कारोबारी को 24 लाख रुपये, तो सर्राफा कारोबारी को 05 लाख रुपये की चपत लगा दी थी. पिछले दो सालों से फरार चल रहा था. आखिरकार पुलिस ने इसे गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव से पुलिस ने भोला यादव, पिता इंद्रदेव यादव को गिरफ्तार किया है. इस पर ठगी के कई मामले दर्ज हैं. अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सतीश सुमन ने बताया कि भोला यादव पर खैरा थाना कांड संख्या 402/22, 447/22 सहित खैरा थाना व एससी/एसटी थाना में कई मामले दर्ज है. भोला यादव लंबे समय से फरार चल रहा था. उसकी अग्रिम जमानत याचिका को माननीय उच्च न्यायालय द्वारा खारिज किया गया था. उसे आत्मसमर्पण करने का भी निर्देश दिया गया था. माननीय उच्च न्यायालय के निर्देश के बावजूद उसने कोर्ट में सरेंडर नहीं किया था. इसके बाद तकनीकी सूचना के आधार पर हमने इसकी छानबीन की. उसके आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया. भोला यादव के खिलाफ पैसे के हेरफेर के साथ-साथ मारपीट एवं अनुसूचित जाति जनजाति एक्ट का भी मामला दर्ज है.
भागलपुर के कारोबारी को लगाया था 24 लाख का चूना
भोला यादव ने भागलपुर निवासी एक कारोबारी को धान का कारोबार करने के नाम पर 24 लाख रुपये का चूना लगाया था. बीते 18 अक्तूबर 2022 को खैरा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. इस मामले भागलपुर जिले के बरारी निवासी काजल कुमारी ने बताया था कि गोपालपुर निवासी भोला यादव व इंद्रदेव यादव से 25 साल के लिए मैंने जमीन लीज पर ली थी. उस जमीन पर गोदाम बनाकर मैंने धान का कारोबार शुरू किया था. भोला यादव गोदाम से धान की खरीद-बिक्री करता था. कुछ दिनों पहले उसने धान खरीदने के नाम पर मुझ से 24 लाख रुपये लिए थे. लेकिन धान की खरीद नहीं की और ना ही मुझे पैसे लौटाये. जब मैंने उससे पैसे की मांग की, तो उसने गाली-गलौज किया. भोला यादव, इंद्रदेव यादव और भोला यादव की पत्नी ने गाली गलौज कर मारपीट की. जब मेरे पति ने मना किया तब उन लोगों ने मेरे पति को कमरे में बंद कर दिया और बंधक बना लिया. मैं किसी तरह वहां से भागकर खैरा थाना पहुंची. महिला ने थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी.
सर्राफा कारोबारी को बनाया था ठगी का शिकार
भोला यादव ने खैरा बाजार निवासी सर्राफा कारोबारी ओम प्रकाश मोदी को भी ठगी का शिकार बनाया था. इसे लेकर ओम प्रकाश मोदी ने खैरा थाना में चेक बाउंस व मारपीट का एक मामला दर्ज कराया था. ओम प्रकाश मोदी ने अपने आवेदन में बताया था कि भोला यादव मेरी दुकान पर आया था. उसने बताया कि थोड़े दिन बाद उसकी बेटी की शादी होनी है, इसलिए मुझे जेवर की आवश्यकता है. बेटी की शादी के नाम पर उन्होंने मेरी दुकान से 1 लाख 8 हजार 773 रुपये के जेवर खरीदे. साथ ही 31 हजार 275 रुपये नकद भी मुझसे लिया. उन्होंने कहा कि पैसा हमारे बैंक खाते में पड़ा है. भीड़ होने के कारण सही समय पर पैसा नहीं निकाल पाया. बेटी की शादी है और हमें कुछ नकदी पैसों की भी आवश्यकता है. इसके बाद पिता-पुत्र ने मुझे पंजाब नेशनल बैंक का 1 लाख 40 हजार रुपये का चेक दिया. जब मैं वह चेक बैंक में कैश कराने पहुंचा, तो वह चेक बाउंस हो गया.
नौकरी दिलाने के नाम पर ठगे थे साढ़े तीन लाख
खैरा थाना क्षेत्र के गोपालपुर निवासी मनोहर दास की पत्नी संजू देवी ने भी भोला यादव के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. महिला ने इसे लेकर एससी-एसटी थाना में मामला दर्ज कराया था. महिला ने अपने एफआईआर में बताया था कि गोपालपुर निवासी भोला यादव, पिता इंद्रदेव यादव ने नौकरी दिलाने के नाम पर मुझसे साढ़े तीन लाख रुपये लिये थे. परंतु मेरे पति की नौकरी नहीं हुई. जब मेरे पति भोला यादव से नौकरी की बात करते तो वह लगातार झूठा आश्वासन देता रहा. काफी समय बीत जाने के बाद भी जब मेरे पति की नौकरी नहीं हुई तब वे लाचार होकर मजदूरी करने कोलकाता चले गये. महिला ने बताया कि हमने कर्ज लेकर वे पैसे भोला यादव को दिये थे. लेकिन अब वह पैसे वापस नहीं दे रहा है. महिला ने भोला यादव व उसके परिजनों पर जातिसूचक गाली-गलौज कर अपमानित करने का भी आरोप लगाया था.
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