हंसडीहा. हंसडीहा थाना क्षेत्र के बभनखेता गांव से लगभग दो किमी दूर पहाड़ के बीच स्थित पंचवा बाबा मंदिर के निकट नीम के पेड़ से लटका युवक का शव बरामद किया गया है. फंदे के सहारे शव लटके रहने की खबर से क्षेत्र में सनसनी फैल गयी. मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह गांव के ही एक व्यक्ति जब पंचवा बाबा मंदिर पूजा करने पहुंचा, तब उसकी नजर मंदिर के निकट पेड़ से लटके शव पर पड़ी. यह देख उसके पैरों तले जमीन खिसक गयी. उस व्यक्ति ने गांव के लोगों को घटना की सूचना दी. सूचना मिलने के बाद बड़ी संख्या में गांव के महिलाव पुरुष व मृतक के परिजन पंचवा बाबा मंदिर पहुंचे. शव की शिनाख्त बभनखेता गांव निवासी माणिक चंद्र मिर्धा (35) के रूप में की गयी. लोगों ने हंसडीहा थाना पुलिस को मामले की जानकारी दी. सूचना मिलने के बाद पुलिस अवर निरीक्षक कामेश्वर सिंह, एलबी पासवान पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. जांच पड़ताल पूरी होने के बाद पुलिस ने शव को नीचे उतारने की बात पर मृतक के परिजन शव को उतारने से यह कहकर मना कर दिया कि पहले हत्यारों को गिरफ्तार किया जाये, उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाने दिया जायेगा. पुलिस के काफी समझाने के बाद भी जब परिजन नहीं माने तो जरमुंडी एसडीओपी संतोष कुमार, हंसडीहा सर्कल इंस्पेक्टर विशुनदेव पासवान घटनास्थल पर पहुंच लोगों को आरोपी की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया. ट्रैकर डॉग लिमसी ने हत्यारों तक पहुंचने में आसान की राह जिला मुख्यालय से डॉग स्क्वायड की टीम को बुलाकर जांच करायी. ट्रैकर डॉग लिमसी ने हत्यारों तक पहुंचने में पुलिस की राह आसान की. डॉग स्क्वायड टीम के कांस्टेबल दिवाकर कुमार व गोविंद मुंडा के द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. ट्रैकर डॉग लिमसी को फंदे से लटके कपड़े को सुंघाया गया. कपड़ा सूंघने के बाद लिमसी मृतक के गांव की ओर निकल पड़ा जो घटनास्थल से करीब दो किलोमीटर दूर था. वहां जाकर पीपल के पेड़ के पास लिमसी रूक गया. फिर पुनः कॉन्स्टेबल दिवाकर कुमार के द्वारा दूसरी बार कपड़ा को सुंघाया. इसके बाद ट्रैकर डॉग लिमसी किन्नू मिर्धा के घर के अंदर घुस गया. किन्नू मिर्धा घर के पास ही मृतक का भी घर है. पड़ोसी किन्नू मिर्धा व उसके बेटे से पुलिस कर रही पूछताछ पुलिस किन्नू मिर्धा व उसके पुत्र अशोक मिर्धा को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए दुमका भेज दिया गया है. खबर लिखे जाने तक मृतक के परिजनों द्वारा थाना में आवेदन नहीं दिया गया था. सूत्रों के अनुसार किन्नू मिर्धा और उसके बेटे के साथ दो दिन पूर्व मृतक का किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. इसके बाद उनलोगों ने धमकी दी थी की इस बार तो छोड़ रहें हैं. पर अगली बार इसे जान से मार देंगे. पुलिस इन सभी बिंदुओं को आपस में जोड़कर जांच कर रही है. दिल्ली में ट्रक चलाता था माणिक, 15 दिनों पहले आया था घर मृतक दिल्ली और पंजाब ट्रक ट्रक चलाता था. करीब 15 दिनों पहले ही घर आया था. उसे शराब पीने की लत थी. रोजाना शराब का सेवन करता था. मृतक की पत्नी तीन दिन पहले अबुआ आवास के लिए जाति प्रणाम-पत्र बनाने के लिए अपने एक बच्चे के साथ मायके गयी थी, जबकि उसके चार अन्य बच्चे रोजाना की तरह गांव के स्कूल में थे. सूचना मिलने पर जब सभी लोग मौके पर पहुंचे, तो उनकी चीख पुकार से माहौल गमगीन हो गया. मृतक की पत्नी बार-बार बेसुध हो जा रही थी. चार साल पहले राजकिशोर मिर्धा की इसी तरह हुई थी हत्या मिली जानकारी के मुताबिक चार साल पहले 15 अप्रैल 2020 को कोरोना के लॉकडाउन के समय बभनखेता गांव के रहनेवाले और मृतक के करीबी रिश्तेदार बताये जा रहे कपिलदेव मिर्धा के पुत्र राजकिशोर मिर्धा का भी शव इसी तरह से फंदे से लटका पाया गया था. राजकिशोर टेंपो चलाया करता था, उसकी हत्याकांड का पुलिस उद्भेदन नहीं कर पायी थी. राजकिशोर भी घटना की रात बाहर निकला था. सुबह गांव के बाहर फंदे से लटका शव इसी तरह से मिला था.
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