संवाददाता, हावड़ा
. दक्षिणेश्वर से बेलूड़ आने के समय यात्रियों से भरा एक स्टीमर ज्वार के बीच ऐसे हिचकोले खाने लगा कि उसपर सवार यात्रियों की जान गले में अटक गयी. करीब 20 मिनट तक यही स्थिति रही. यात्री चीख-पुकार मचाने लगे. कुछ देर के लिए ऐसा लगा कि स्टीमर हुगली नदी में समा जायेगा. हालांकि स्टीमर चालक की सूझबूझ से सभी यात्री सुरक्षित घाट पर पहुंच गये. यह घटना बुधवार की है. हिचकोले खाते स्टीमर का वीडियो वायरल होने के बाद इस घटना की जानकारी सभी को मिली. हालांकि प्रभात खबर इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता.
जानकारी के अनुसार, बुधवार दोपहर को यात्रियों को लेकर एक स्टीमर दक्षिणेश्वर घाट से बेलूड़ के लिए रवाना हुआ. स्टीमर नदी के बीच था कि उसी समय ज्वार आ गया. ज्वार आते ही स्टीमर हिचकोले खाने लगा. कई यात्रियों को उल्टी होने लगी. वे डर से चिल्लाने लगे. करीब 20 मिनट बाद ज्वार खत्म हो गया और स्टीमर स्थिर हुआ. सभी यात्री घाट पर उतरे और राहत की सांस ली. हालांकि यात्रियों ने इस घटना को लेकर कई सवाल खड़े किये हैं. ज्वार आने की जानकारी पहले से ही स्टीमर चालकों को दी जाती है. ऐसे में चालक उसी समय यात्रियों को लेकर क्यों रवाना हुआ. इस रूट में चलने वाले स्टीमर सरफेस ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन के अधीन हैं. असिस्टेंट इंजीनियर असित दास ने बताया कि सावधानी के साथ ही स्टीमर का परिचालन किया जाता है. ज्वार आने के समय भी एहतियात बरती जाती है.
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