Purnia Tanishq Loot: पूर्णिया शहर के डाकबंगला चौक स्थित तनिष्क ज्वेलरी शोरूम में 26 जुलाई को हुई डकैती की घटना में लूट की राशि बढ़कर 3 करोड़ 70 लाख रुपये हो गई है. इससे पहले पुलिस ने घटना के तुरंत बाद 2 करोड़ रुपये की लूट की जानकारी दी थी. इससे संबंधित प्राथमिकी शनिवार को सहायक खजांची थाने में दर्ज कर ली गई है. यह प्राथमिकी शोरूम मालिक के भतीजे रुचिर राज के बयान पर दर्ज की गई है. मामले में दो संदिग्धों को हिरासत में भी लिया गया है. जांच में यह भी पता चला है कि लुटेरे बिहार से बाहर के हैं.
सभी अपराधी पश्चिम बंगाल से संबंधित : एसपी
एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि तनिष्क शोरूम में शुक्रवार की दोपहर जो डकैती की घटना हुई थी, इस दिशा में कुछ अपराधियों को चिह्नित किया गया है. दो लोगों को संदेह के आधार पर डिटेन किया गया है. अभी तक जो तथ्य सामने आये हैं, उसके हिसाब से यह बाहर का गैंग हैं. इस कारण से पुलिस की गठित अलग-अलग टीम लगातार काम कर रही है. पूर्णिया पुलिस की पांच टीम सभी बिंदुओं पर काम कर रही है. डकैती कांड के बाद अनुसंधान के क्रम में काफी लीड्स मिले हैं और इस आधार पर बहुत जल्द डकैती कांड का उद्भेदन भी कर लिया जाएगा.
बंगाल के मालदा जिले से संबंधित हैं अपराधी
एसपी ने बताया कि घटना में शामिल गैंग के बारे में खुलासा नहीं किया जा सकता लेकिन इतना तय है कि गैंग के काफी करीब हैं. उन्होंने बताया कि जो लीड मिले हैं, इससे स्पष्ट है कि सभी अपराधी बंगाल के मालदा जिले से संबंधित हैं. एसपी ने बताया कि तनिष्क शोरूम के स्टाफ के छीने गये मोबाइल को अपराधियों ने आधे घंटे के बाद बंद किया था. इस आधार पर अपराधियों के भागने के रूट का पता चला. स्टाफ के छीने गये मोबाइल को पुनः ऑन करने से पता चल रहा है कि सभी अपराधी बंगाल के मालदा जिले के इलाके में हैं. इस संबंध में मालदा के एसपी से संपर्क किया गया है.
बेलौरी में सुनसान स्थल पर जलाये अपने कपड़े, चप्पल और जूता का डब्बा बरामद
एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा ने बताया कि भागने के क्रम में सभी अपराधियों ने बेलौरी के पास एक सुनसान जगह पर अपने-अपने कपड़े जला दिये थे. बेलौरी के जिस स्थान पर अपराधियों ने अपने अपने कपड़े जलाये, वहां से एक खून लगा चप्पल और जूते का डब्बा बरामद किया गया है.
एसटीएफ के एडीजे खुद कर रहे कैंप
इस घटना को लेकर एसटीएफ के एडीजे अमित राज भी पूर्णिया पहुंचे हुए हैं. उनके स्तर से लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है और उनके मार्गदर्शन में कई निर्देश भी दिये जा रहे हैं. एसपी ने बताया कि एसटीएफ की टीम भी इस घटना पर लगातार काम कर रही है. जो पुराने ट्रैक रिकॉर्ड रहे हैं, उनको भी खंगाला जा रहा है. एसटीएफ के एएसपी अंजनी कुमार, डीएसपी एसके सुधांशु भी अनुसंधान में सहयोग कर रहे हैं.
आखिर क्यों गोल गला की सफेद गंजी थी तनिष्क शोरूम के लुटेरों में कॉमन !
इस लूटपाट में शामिल सभी अपराधियों के कपड़े अलग-अलग रंग के थे. लेकिन उनमें एक बात कॉमन थी कि सभी गोल गला की सफेद गंजी पहने हुए थे. आमतौर पर गोल गला की गंजी पूर्णिया में फैशन में नहीं है. इस दिशा में भी पुलिस मगजमारी कर रही है. संभावना जतायी जा रही है कि शोरूम के अंदर घुसे सभी अपराधी अलग-अलग जगह के थे.
आपसी पहचान के लिए ही गोल गला की सफेद गंजी शर्ट के अंदर पहन रखी थी. इससे आशंका है कि लूटकांड का सरगना कोई और है और उसने घटना को अंजाम देने के लिए अलग-अलग जगहों से अपराधियों को इकट्ठा किया था. इस प्रकार के ड्रेस की रणनीति बनायी थी. शोरूम के अंदर भी अगर किसी कर्मी या ग्राहक के कपड़े से उनके कपड़ा मैच भी हो जाता तो गोल गला की गंजी से वे आसानी से फर्क कर लेते.
सहायक खजांची थाना में भी दर्ज प्राथमिकी में खासतौर से अपराधियों के पहने गये कपड़ों को जिक्र किया गया है. इसमें बताया गया है कि सभी अपराधी अलग अलग रंग के चेकदार शर्ट पहने हुए थे. चेक शर्ट के अंदर सभी सफेद रंग के गोल गला की गंजी पहने हुए थे.
शहर से सुरक्षित निकलने के लिए रामबाग के रास्ते कप्तानपुल बांध रोड पकड़ा
पुलिस को चकमा देने और शहर से सुरक्षित बिना कैमरे में कैद हुए बाहर निकलने के लिए अपराधियों ने भागने की रणनीति पहले ही बना ली थी. लूटपाट के बाद अपराधी पंचमुखी की तरफ भागते देखे गये. जानकारी के अनुसार, उसके बाद अपराधी डोनर चौक होते ही रामबाग की ओर निकल गये. रामबाग चौक से मोहल्ले के रोड होते हुए कप्तान पुल बांध रोड पकड़ लिया. उसी के रास्ते बेलौरी बायपास रोड की तरफ चले गये. बेलौरी-महेन्द्रपुर होते ही बंगाल की ओर भागने की चर्चा है. एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा ने बताया कि अपराधियों के भागने का रूट क्लियर हो चुका है. उनके द्वारा रूट को फॉलो किया जा गया है. जिस रूट को अपराधियों ने पकड़ा वह बंगाल से संबंधित है.
ढाई बजे रात में शास्त्रीनगर मोहल्ले से एक संदिग्ध को उठाया
शनिवार को ढाइ बजे रात में पुलिस की टीम ने मधुबनी थानांतर्गत शास्त्रीनगर मोहल्ले से एक संदिग्ध युवक को उठाया है. उसे शहर के बाहर के थाने में रखकर पूछताछ की जा रही है. आशंका है कि उक्त युवक ने लाइनर का काम किया है. सातवें अपराधी के रूप में उसकी संलिप्तता को लेकर पुलिस गहन पूछताछ कर रही है. इधर, एसपी ने बताया कि दो लोगों को संदेह के आधार पर थाना लाकर पूछताछ की जा रही है. संभावना है कि इनमें किसी ने लाइनर का काम किया होगा.
दो-दो की संख्या में बारी-बारी से छह अपराधी घुसे
लूटकांड को लेकर सहायक खजांची थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. दर्ज एफआइआर में तनिष्क शोरूम के ऑनर के भतीजे रूचिर राज ने अपने बयान में बताया कि 26 जुलाई को प्रतिदिन की तरह सुबह 10 बजे शोरूम खुल गया था. सभी स्टाफ अपने-अपने काउंटर पर कार्य में लग गये थे. ग्राहकों का आना भी जारी था. इसी बीच 12 बजे दिन में दो अपराधी ग्राहक के रूप में शोरूम के अंदर प्रवेश किये और काउंटर पर जाकर सामान देखने लगा. इसके तुरंत बाद दो और अपराधी शोरूम के अंदर दाखिल हुए और पहली मंजिल पर चले गये. चंद मिनट में दो और अपराधी अंदर आये.
हथियार दिखा गार्ड को लेकर अंदर आया छठा अपराधी
प्राथमिकी के अनुसार, छठे लुटेरे ने तनिष्क शोरूम के अंदर आने के क्रम में गेट पर खड़े गार्ड को हथियार दिखा दिया. हथियार सटा कर गार्ड को अंदर लेकर चला आया. दुकान के अंदर प्रवेश किये कुल 6 अपराधियों ने सभी स्टाफ को हथियार के बल पर बंधक बना लिया.
25 कर्मी व दो ग्राहक को बंधक बना देने लगे गालियां
तनिष्क शोरूम में विगत चार साल से कार्यरत स्टाफ कोलकाता निवासी प्रद्वियुत बेक ने बताया कि जब सभी अपराधी एक्शन में आये तो प्रत्येक के हाथ में दो-दो पिस्टल थे. अपराधियों ने गार्ड समेत कुल 25 स्टाफ को हथियार के बल पर पहले तल पर लाया और बंधक बना कर फर्श पर बिठा दिया. इस दौरान शॉप के पहले तल पर दो ग्राहक भी मौजूद थे. वहां मौजूद दोनों ग्राहकों को भी बंधक बना कर उनलोगों के साथ ही बिठा लिया. स्टाफ को बंधक बनाने के बाद सभी के मोबाइल फोन छीन लिया गया था. स्टाफ के बंधक बनाने के बाद अपराधी उनलोगों को बार-बार गालियां दे रहे थे.
लूट से पहले अपराधियों के हाथ में थे दो-दो पिस्टल
तनिष्क शोरूम में विगत चार साल से कार्यरत स्टाफ कोलकाता निवासी प्रद्वियुत बेक ने बताया कि शोरूम के अंदर मौजूद 6 अपराधियों में दो ने मास्क लगाया था और चार बगैर मास्क के थे. उन्होंने बताया कि नीचे के तल से दो अपराधी उपरी तल पहुंचे थे, दोनों मास्क लगाये हुए था. जब सभी अपराधी एक्शन में आये तो प्रत्येक के हाथ में दो-दो पिस्टल थे.
शोकेस की कांच तोड़ने में लहूलुहान हुए अपराधी
तनिष्क शोरूम के कर्मियों को बंधक बनाने के बाद अपराधी नीचे तल एवं उपरी तल जाकर शोकेस में रखे डायमंड और सोने से निर्मित आभूषण झोला में रखने लगे. ज्वेलरी लेने के क्रम में शोकेस की कांच को भी तोड़ा गया, जिसमें कुछ अपराधी के हाथ भी कट गये. हाथ कटने से काफी मात्रा में खून फर्श पर गिर पड़ा.
हिन्दी व बंगाली बोल रहे थे लुटेरे
तनिष्क शोरूम में लूटपाट के दौरान सभी अपराधी बोलचाल में हिन्दी एवं बंग्ला भाषा का प्रयोग कर रहे थे. सभी अपराधी की उम्र 20 से 25 वर्ष के करीब लग रही थी.
लूट शुरू होने पर सातवां अपराधी बैग लेकर अंदर आया
तनिष्क शोरूम में जब अपराधियों ने तनिष्क शोरूम में लूटपाट शुरू की तो बाहर मौजूद सातवां अपराधी दो बैग लेकर अंदर आया. इसी बैग में अपराधी जल्दी-जल्दी डायमंड और गोल्ड के जेवर भरने लगे.
महिला स्टाफ ने दिखाया साहस व सूझबूझ
तनिष्क शोरूम में लूटे गये आभूषणों की रकम और भी ज्यादा हो सकती थी. एक महिला स्टाफ के साहस और सूझबूझ से ऐसा नहीं हो पाया. दरअसल, उक्त महिला स्टाफ ने लुटेरों से नजर बचाते हुए शोरूम के बाहर लगे सायरन को बजा दिया.
सायरन बजते ही अंदर दौड़ा बाहर खड़ा सातवां अपराधी
तनिष्क शोरूम के बाहर लगा सायरन बजते ही बाहर मौजूद सातवां अपराधी दौड़कर अंदर आया. उसने अपने साथी लुटरों को शोरूम के बाहर सायरन बजने की जानकारी दी और खुद वहां से निकल गया.
सायरन बजने की सूचना मिलते ही हड़बड़ा गये लुटेरे
तनिष्क शोरूम के बाहर लगा सायरन बजने की सूचना मिलते ही सभी लुटेरे हड़बड़ा गये. वे जल्दी-जल्दी झोला में ज्वेलरी रखने लगे. सभी अपराधी लूटी गयी ज्वेलरी को दो झोला में भर कर भागने लगे. इसी क्रम में अपराधियों का झोला एवं पिस्टल का भरा हुआ मैगजीन गिर पड़ा.
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जाते-जाते एक स्टाफ का मोबाइल भी लेते गये
तनिष्क शोरूम में लूटपाट के क्रम में जहां अपराधियों ने सभी कर्मियों के मोबाइल रखवा लिये थे, वहीं जाते-जाते एक स्टाफ का मोबाइल भी साथ ले गये.
तीन पैदल व तीन बाइक से पंचमुखी मंदिर की ओर भागे
तनिष्क शोरूम में लूटपाट के बाद अपराधी चार और दो की संख्या में बाहर निकले. सबसे पहले चार अपराधी बाहर आये. उनमें से एक के हाथ में बैग था. बैगवाले लुटरे समेत तीन अपराधी एक साथ पंचमुखी मंदिर की ओर पैदल भागे. चौथा अपराधी शोरूम की दायीं ओर लगी बाइक के पास आकर उसे स्टार्ट किया. तबतक में एक और बैग के साथ दो अपराधी शोरूम से बाहर निकले. वे दोनों चौथे अपराधी की बाइक की बैठकर पंचमुखी मंदिर की ओर निकल गये.
अपराधियों के पास थी तीन बाइक
सहायक खजांची थाना में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार अपराधियों के पास एक ब्लू, एक सफेद एवं एक काले रंग की बाइक थी. लूटपाट के बाद सभी अपराधी पंचमुखी मंदिर की तरफ भाग गये.
25 कर्मी व दो ग्राहक को बंधक बना देने लगे गालियां
तनिष्क शोरूम में विगत चार साल से कार्यरत स्टाफ कोलकाता निवासी प्रद्वियुत बेक ने बताया कि जब सभी अपराधी एक्शन में आये तो प्रत्येक के हाथ में दो-दो पिस्टल थे. अपराधियों ने गार्ड समेत कुल 25 स्टाफ को हथियार के बल पर पहले तल पर लाया और बंधक बना कर फर्श पर बिठा दिया. इस दौरान शॉप के पहले तल पर दो ग्राहक भी मौजूद थे. वहां मौजूद दोनों ग्राहकों को भी बंधक बना कर उनलोगों के साथ ही बिठा लिया. स्टाफ को बंधक बनाने के बाद सभी के मोबाइल फोन छीन लिया गया था. स्टाफ के बंधक बनाने के बाद अपराधी उनलोगों को बार-बार गालियां दे रहे थे.
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अपराधियों के अंदर से लॉ एंड ऑर्डर का डर खत्म हो शूट एट साइट : पप्पू यादव
तनिष्क शोरूम में दिनदहाड़े हुए सबसे बड़े लूट मामले में सांसद पप्पू यादव ने शासन और प्रशासन पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि आला अफसरों के घर से 500 मीटर नजदीक लाइन बाजार जैसे व्यस्त जगह में दिनदहाड़े लूट हो जाना, यह अपराधियों का दुस्साहस है. इससे पता चलता है कि पूर्णिया में लॉ एंड ऑर्डर किस कदर लाचार है.
पप्पू यादव ने सवाल किया कि आखिर पूर्णिया में पुलिस प्रशासन का डर अपराधियों के अंदर क्यों खत्म हो गया है? जो लोग घटना पर राजनीति कर रहे हैं और कह रहे हैं कि कानून का राज है, उन्हें यह गारंटी लेना चाहिए कि अब आने वाले दिनों में ऐसी कोई घटना नहीं होगी. हत्या, लूट और बलात्कार जैसे संगीन मामलों में मेरा मानना है कि अपराधियों का शूट एट साइट हो, ताकि उनमें विधि व्यवस्था का डर पैदा हो और वह अपराध की घटना को अंजाम देने की हिमाकत न कर पाये.
शनिवार को सांसद पप्पू यादव ने तनिष्क शोरूम का दौरा किया और हुए लूटपाट की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि मामले में कड़ी कार्रवाई करते हुए अपराधियों की गिरफ्तारी और स्पीडी ट्रायल के जरिए उसे सजा दिलायी जाये. मौके पर रामायण सिंह,संदीप सिंह, संजीव मिश्रा, राजेश यादव, अफरोज आलम मुखिया बबलू भगत, वैश खान, दिवाकर चौधरी, निशी यादव, मनोज यादव, मंटू यादव, गुलफू झा कुनाल चौधरी सुडु यादव, पप्पू यादव मुखिया, विकास झा, मुमताज आलम मौजूद थे.