बड़हिया. प्रखंड के टाल क्षेत्र के पाली पंचायत के प्राथमिक विद्यालय कोठवा में विगत 10 दिनों से बच्चे पढ़ने नहीं आ रहे हैं, परंतु शिक्षा विभाग कुंभकर्णी नींद से अभी तक नहीं जगा है. ऐसे में शिक्षा के अधिकार अधिनियम का बंटाधार विभागीय पदाधिकारियों की अकर्मण्यता व लापरवाही से हो रहा है. जानकारी के मुताबिक वर्ष 2017 से ही प्राथमिक विद्यालय कोठवा का संचालन मूल भवन को अनावश्यक रूप से जर्जर घोषित कर उत्क्रमित मध्य विद्यालय फदरपुर के दो कमरे में किया जा रहा है. बीच बीच में अभिभावकों द्वारा बार बार प्राथमिक विद्यालय कोठवा के भवन का जीर्णोद्धार या नवनिर्माण करने की मांग की जाती रही है, परंतु विभागीय पदाधिकारियों के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. अंत में कोठवा के ग्रामीणों ने 18 जुलाई से अपने बच्चों को विद्यालय भेजना बंद कर दिया. प्रतिदिन की भांति शिक्षक तो विद्यालय आ रहे हैं, परंतु एक भी छात्र विद्यालय में नहीं पहुंच रहे हैं. इसी बीच बीइओ बड़हिया के द्वारा प्राथमिक विद्यालय कोठवा के प्रभारी प्रधानाध्यापक को प्राथमिक विद्यालय महरामचक का भी प्रभार एक सप्ताह के लिए दे दिया, लेकिन इस समस्या के निदान का कोई प्रयास नहीं किया गया. ग्रामीणों के द्वारा इस संबंध में निदेशक प्राथमिक शिक्षा बिहार, जिला पदाधिकारी लखीसराय लखीसराय को जानकारी दी गयी, परंतु कोई पहल नहीं हुई. छात्रों के विद्यालय नहीं आने से विगत दस दिनों से छात्र-छात्राओं की पढ़ाई बाधित हो रही है साथ ही मध्याह्न भोजन का भी संचालन बंद है. इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी यदुवंश राम ने कहा कि बड़हिया बीइओ को इस संबंध में आवश्यक निर्देश दिये गये हैं जल्द ही बच्चों का पठन-पाठन शुरू हो जायेगा.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है