प्रतिनिधि, जमालपुर. जमालपुर के लोग आज सड़क, पेयजल और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहे हैं. क्योंकि जमालपुर के विधायक के चार वर्षों के कार्यकाल के दौरान विधानसभा क्षेत्र करीब 10 वर्ष पीछे चला गया है. ये बातें प्रदेश के पूर्व ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार ने शनिवार को केशवपुर में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के दौरान कही. उन्होंने स्थानीय विधायक पर तंज करते कहा कि वह अपने चार वर्षों के कार्यकाल के दौरान चार योजनाओं का शिलान्यास तक नहीं कर पाये हैं. वास्तविकता यह है कि जमालपुर शहर में न तो जलापूर्ति योजना चालू हो पायी और न ही यहां की किसी एक भी सड़क का निर्माण हो पाया. चार लाख मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले जमालपुर के विधायक अपनी बात को विधानसभा में सही तरीके से रख भी नहीं पाते हैं. ऐसे जनप्रतिनिधि से विकास की कोई उम्मीद नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान चेंबर सहित विभिन्न संगठनों से पूछते थे कि आपके क्षेत्र में यदि कोई काम बाकी रह गया है तो वह बताएं उसे काम को करवाया जायेगा. उन्हीं के शासनकाल में जमालपुर की सड़क बनी थी, साथ ही सुरक्षा के दृष्टिकोण से करीब 7 लाख रुपये खर्च कर शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे. आज सारी व्यवस्था ध्वस्त होकर रह गयी है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में उन्होंने जमालपुर को विकास की धारा में शामिल किया था, लेकिन वर्तमान विधायक शिथिल पड़े हुए हैं. मौके पर अशोक कुमार, गौतम आजाद, बटेश्वर सिंह, प्रदीप विश्वकर्मा, विजय साह, विनय साह, बासुकीनाथ, संगीता देवी, दीपक साह आदि मौजूद थे.
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