कोलकाता. राज्य के पूर्व मंत्री विश्वनाथ चौधरी का शनिवार सुबह कोलकाता के एक सरकारी अस्पताल में निधन हो गया. वह 82 वर्ष के थे और लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने बताया कि विश्वनाथ चौधरी को पिछले सप्ताह एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था और शनिवार सुबह 6.42 बजे उनका निधन हो गया. रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (आरएसपी) के नेता चौधरी दक्षिण दिनाजपुर जिले के बालुरघाट सीट से आठ बार विधायक रहे थे. वह 1987 से 2011 तक पश्चिम बंगाल सरकार में जेल व समाज कल्याण मंत्री भी रहे थे. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पूर्व मंत्री चौधरी के निधन पर दुख जताया और उनके सम्मान में राज्य सरकार के सभी कार्यालयों में आधे दिन की छुट्टी का एलान किया. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया मंच ”एक्स” पर पोस्ट किया : राज्य के पूर्व मंत्री विश्वनाथ चौधरी के निधन से दुखी हूं. हालांकि वह विपक्षी दल के नेता रहे, लेकिन तब भी हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध थे. उनकी बीमारी के बारे में सुनकर हमने उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया और इलाज की व्यवस्था की, लेकिन कोई भी प्रयास काम नहीं आया. दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति मेरी संवेदनाएं. पूर्व मंत्री के निधन के बाद शनिवार को राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों में आधे दिन की छुट्टी घोषित की गयी. बता दें कि विश्वनाथ चौधरी लगभग ढाई दशक तक राज्य के मंत्री थे. वह 1977 में पहली बार विधायक बने थे. 2011 में वह विधानसभा चुनाव हार गये थे. उन्हें तृणमूल के शंकर चक्रवर्ती ने हराया था. विदित हो कि राज्य के पूर्व मंत्री पिछले कुछ वर्षों से कैंसर से पीड़ित थे. पहले एक नर्सिंग होम में उनका इलाज चल रह था. परिवार इलाज खर्च वहन नहीं कर पा रहा था. ऐसे में सीएम ममता बनर्जी को इसकी सूचना मिलने पर मंत्री को उन्होंने 16 जुलाई को पीजी अस्पताल में भर्ती कराया. पूर्व मंत्री का पार्थिव शरीर शनिवार दोपहर विधानसभा लाया गया, जहां विधानसभा अध्यक्ष समेत अन्य विधायक और अधिकारियों ने माल्यार्पण किया. आरएसपी महासचिव मनोज भट्टाचार्य ने बताया कि चौधरी का अंतिम संस्कार बालुरघाट में किया जायेगा.
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