कोलकाता. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पनाह देने संबंधी टिप्पणी को लेकर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि केंद्र घुसपैठियों और रोहिंग्याओं से सख्ती से निपट रहा है. हाल में पेश किये गये केंद्रीय बजट 2024-25 पर संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी द्वारा नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करना वांछनीय नहीं था और उन्होंने उन्हें भविष्य में ऐसा न दोहराने की सलाह दी. ममता बनर्जी के नीति आयोग की बैठक बीच में ही छोड़कर बाहर निकलने संबंधी सवाल पर उन्होंने ममता और ‘इंडिया’ गठबंधन पर निशान साधते हुए कहा कि विपक्षी गठबंधन कोई गठबंधन नहीं है. क्योंकि उन्होंने (ममता) अपने राज्य में इसे एक भी सीट नहीं दी. उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री ने यह भी कहा कि सब्जियों और फलों की कीमतें खाद्य मुद्रास्फीति के मुख्य कारकों में से एक हैं और इसे नियंत्रित करने के लिए देश के प्रमुख उपभोग केंद्रों (शहरों) के नजदीक सब्जी उत्पादन के बड़े पैमाने पर ‘क्लस्टर’ विकसित किये जायेंगे. श्री जोशी ने कहा, ‘रोहिंग्या या किसी अन्य की घुसपैठ के मुद्दे पर खासकर हमारे सत्ता में आने के बाद, हम बिना किसी असमंजस के सख्ती से इससे निपट रहे हैं. लेकिन आप इसकी सीमाएं भी जानते हैं, क्योंकि 70 और 80 के दशक के बाद से पिछले कई वर्षों से ये तुष्टीकरण अपने चरम पर पहुंच गया है.’ हाल में कोलकाता में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में अपने संबोधन में ममता ने हिंसा प्रभावित बांग्लादेश का जिक्र करते हुए कहा कि वह पड़ोसी देश से संकट में फंसे लोगों के लिए पश्चिम बंगाल के दरवाजे खुले रखेंगी और उन्हें पनाह देंगी. इस बारे में श्री जोशी ने कहा कि ममता बनर्जी के हालिया बयान, ये सभी चीजें जटिलताएं बढ़ाएंगी, लेकिन जहां तक केंद्र सरकार का सवाल है, हम बहुत दृढ़ हैं और इसके लिए सीमा को सील करना और इस तरह की चीजें शानदार काम किया गया है.
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