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Country Cricket Club: हंगामेदार रहा कंट्री क्रिकेट क्लब का इओजीएम, छह मिनट में पास हो गया एजेंडा

झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के कंट्री क्रिकेट क्लब की एक्ट्रा ऑडिनरी जनरल बॉडी मीटिंंग (इओजीएम) रविवार को हंगामेदार रही.

इओजीएम शुरू होते ही हुआ हंगामा, किया गया विरोधखेल संवाददाता, रांचीरांची : झारखंड स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के कंट्री क्रिकेट क्लब की एक्ट्रा ऑडिनरी जनरल बॉडी मीटिंंग (इओजीएम) रविवार को हंगामेदार रही. हंगामे के बीच कमेटी ने एजेंडा को पास करा लेने का दावा किया. जेएससीए में 12 बजे से इओजीएम आयोजित की गयी थी. इसमें करीब 450 सदस्य शामिल हुए. बैठक शुरु होते ही सदस्यों द्वारा हंगामा शुरू कर दिया. विरोध करते हुए मंच के पास पहुंच गये. वर्तमान कार्यकारिणी पर मनमानी करने का आरोप लगाया. हंगामे के बीच छह मिनट में आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन में संशोधन को विशेष बहुमत से पास कर दिया गया. सीसीसी के अध्यक्ष राजेश वर्मा बॉबी ने डायरेक्टरों की संख्या बढ़ाने का प्रस्ताव वापस लेने की घोषणा की. जिसके बाद एक सदस्य ने जब अपनी बात रखने की कोशिश की तो दोनों पक्षों के बीच हंगामा शुरू हो गया. अध्यक्ष से माइक छीनने की कोशिश भी की गयी. इसी बीच इओजीएम समाप्त करने की घोषणा कर दी गयी. इसके बाद भी कई सदस्य इसका विरोध करते रहे. आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन में संशोधन का एजेंडा हुआ पास कर दिया गया़ कंट्री क्रिकेट क्लब की कमिटी के अनुसार क्लब के आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन में संशोधन का एजेंडा रखा गया था. जिसके अंतर्गत 52 प्वाइंट को रखा गया था. जिसमें केवल एक प्वाइंट डायरेक्टर की संख्या को बढ़ाने को वापस लिया गया. बाकी इस एजेंडे के सभी प्वाइंट को पास कर दिया गया.

विधि सम्मत हुआ है इओजीएम: भानू प्रताप सिंह

कंट्री क्रिकेट क्लब के कोषाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा कि आज का इओजीएम नियम के तहत हुआ है. एक-दो लोग इसका विरोध कर रहे थे. उस समय तक सभी एजेंडा पास हो गया था. इनलोगों को छोड़कर सभी का समर्थन हमें मिला है. कोई विवाद नहीं है. 53 एजेंडा नहीं था केवल तीन एजेंडा ही लाया गया था. दो साल के डायरेक्टर वाले एजेंडा को नहीं रखा गया था. मीटिंग में कोई हंगामा नहीं हुआ है. अगर जिसको शिकायत है वो उसे सही प्लेटफॉर्म पर रख सकते हैं.

बिना वोटिंग के कैसे पास हो गया एजेंडा, जबकि आधे से अधिक थे विरोध में : आरके मल्लिक

सीसीसी के सदस्य आरके मल्लिक ने कहा कि कमेटी ऑफ गवर्निंग बॉडी पर जब चर्चा हुई तो कमेटी के सदस्यों ने कहा कि हम प्रस्ताव वापस लेते हैं. ऐसा क्यों किया गया है ? इस पर कई सदस्यों ने आपत्ति की है, सदस्यों ने कई संशोधनों पर आपत्ति की थी. कहा गाय कि आप जो प्रपोज करते हैं वो कर लीजिए, जो वापस लेना चाहते हैं वो वापस ले लीजिए. हमने यही बात कही कि आप हर एक संशोधन पर वोटिंग करा लीजिए. लेकिन इन लोगों ने नहीं माना. अगर सभी संशोधनों पर प्रतिवाद हुआ है तो सबको खारिज करिए. आज 409 सदस्य आये थे जिसमें 205 सदस्य थे जिन्होंने विरोध किया था. पचास प्रतिशत से अधिक विरोध था. लेकिन इन लोगों ने एजेंडा पास कर दिया. आप 62 आर्टिकल में से 52 को बदल रहे हैं. अमिताभ चौधरी ने 62 बनाये थे उसे ये बदल रहे हैं. हमलोग इसकी शिकायत उचित फोरम पर भी करेंगे.

सीसीसी को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने दिया जायेगा: मनीष जायसवाल

सीसीसी के फाउंडर सह वर्तमान डायरेक्टर सह हजारीबाग सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि सीसीसी के सदस्यों की इससे अधिक बेइज्जती नहीं हो सकती. सीसीसी को लूट और राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने दिया जायेगा. इसकी प्रतिष्ठा बनाये रखना चाहिए.

इन प्रमुख बिंदुओं पर को किया गया पास

-गवर्निंग कमिटी का कार्यकाल दो साल का होगा-अगर कोई सदस्य गलत व्यवहार करता है तो उसे दो महीने के लिए निलंबित कर दिया जायेगा-अगर किसी सदस्य को कमिटी से बाहर किया जाता है तो इस स्थिति में वहां किसी सदस्य को मनोनित किया जायेगा

-किसी भी सदस्य को 14 दिनों का नोटिस पीरियड भेजना निर्धारित किया गया-क्लब के सदस्यों के डिपेंडेंट को न्यूनतक शुल्क पर क्लब की सदस्यता प्रदान की जायेगी

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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