वार्ड एकता संघ के बैनर तले शहर की उमंग वाटिका में गढ़वा विधानसभा स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता संघ के जिलाध्यक्ष रईस खान ने की. मौके पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद पूर्व विधायक गिरिनाथ सिंह ने कहा कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में वार्ड पार्षद को ग्रामीणों ने जिस उम्मीद के साथ चुनकर भेजा है. वह इनका हक व अधिकार नहीं मिलने से पूरा नहीं हो पा रहा है. उन्होंने कहा कि चुनाव संपन्न हुए ढाई साल बीत गये, लेकिन वार्ड सदस्यों को उनका वाजिब हक नहीं मिल रहा है. इस वजह से वह स्वयं को ठगा महसूस कर रहे हैं. श्री सिंह ने कहा कि वार्ड सदस्य सरकार की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. जिला परिषद उपाध्यक्ष सत्यनारायण यादव ने कहा कि वार्ड सदस्यों द्वारा जिन मांगों को लेकर आंदोलन किया जा रहा है, वे सभी मांगें जायज हैं. सरकार को इनकी मांगे अविलंब पूरी करनी चाहिए, ताकि ये विकास की योजनाओं को धरातल पर उतार सकें. इसके पूर्व रईस खान ने कहा कि कई बार उपायुक्त, बीडीओ व मंत्री को आवेदन दिया गया, लेकिन कहीं से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. उन्होंने कहा कि इस बार वार्ड सदस्यों को एकजुटता दिखाते हुए गढ़वा विधानसभा ही नहीं बल्कि पूरे राज्य से सरकार का तख्ता पलटने की जरूरत है.
डीसी को सौंपा मांग पत्र : सम्मेलन के बाद सभी वार्ड सदस्यों ने उपायुक्त कार्यालय जाकर वहां डीसी को आवेदन सौँपा. इसमें मनरेगा व वित्त फंड योजना के अंतर्गत एमआईएस इंट्री फार्म में मुखिया, पंचायत सचिव के साथ वार्ड सदस्यों का भी संयुक्त हस्ताक्षर अनिवार्य करने, ग्रामसभा में भी वार्ड सदस्यों की अनुशंसा अनिवार्य करने व बिहार की तर्ज पर वार्ड सदस्यों का अधिकार लागू करने की मांग शामिल है.
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