kritika kamra जी 5 पर हालिया रिलीज को तैयार वेब सीरीज ग्यारह ग्यारह में पुलिस ऑफिसर की भूमिका को निभा रही हैं. कृतिका इस सीरीज में अपने किरदार और कहानी के साथ इसके मेकर्स गुनीत मोंगा और करण जौहर को भी इस सीरीज से जुड़ने की अहम् वजह करार देती हैं , जिनके साथ काम करने को वह एक ख्वाहिश को पूरा होने जैसा करार देती हैं. वह यह बताना भी नहीं भूलती कि इतने अच्छे मेकर्स के साथ जुड़ने से आपको बहुत कुछ सीखने को भी मिलता है.आखिरकार फिल्म मेकिंग एक प्रोसेस का नाम है. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत
आप अपने अब तक के करियर को किस तरह देखती हैं?
मैं कह सकती हूं कि अच्छा चल रहा है. मुझे अच्छा काम मिल रहा है और मैं अब अपनी भूमिकाएं खुद से चुनने में सक्षम हूं. यह बहुत अच्छी बात है कि अलग-अलग भूमिकाओं के लिए मुझ पर विचार किया जाता है. मुझे एक ही छवि में नहीं बांधा जाता है. यह बात मुझे सबसे सबसे ज्यादा खुशी देती है क्योंकि इस वजह से मैं अलग -अलग भूमिकाएं कर सकती हूं. मेरी पिछली सीरीज बम्बई मेरी जान में मैं गैंगस्टर की भूमिका में थी.ग्यारह ग्यारह मेरी अगली रिलीज होगी और उसमें मैं ईमानदार पुलिस ऑफिसर की भूमिका को निभा रही हूं.
ग्यारह ग्यारह का ट्रेलर रिलीज हो गया है, किस तरह का रिस्पॉन्स आपको मिल रहा है ?
मैं बहुत खुश हूं कि ट्रेलर देखने के बाद लोग मेरी सराहना कर रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि लोग मुझे भी अन्य अभिनेत्रियों की तरह उसी श्रेणी में शामिल करेंगे. जिन्होंने पहले ही अपना नाम पुलिस के किरदारों में बना बनाया है. मैंने अपने किरदार के लिए बहुत मेहनत की है. उम्मीद है कि सीरीज देखते हुए दर्शकों को भी लगे कि मैंने अपनी भूमिका के साथ बखूबी न्याय किया है.
पुलिस की भूमिका निभाते हुए आपकी सबसे बड़ी चुनौती क्या रही ?
इस सीरीज में मैं डीएसपी की भूमिका निभा रहा हूं, जब आप ऐसी भूमिकाएं करते हैं तो आपकी बॉडी का पॉश्चर बदल जाना चाहिए. आपकी चाल में भी वह नजर आना चाहिए . निजी जिंदगी में मैं बहुत ही गर्ली टाइप हूं, जबकि इस सीरीज में मेरा भाविका का जो किरदार है.वो टफ है. किरदार को परदे पर बखूबी उतारने के लिए मैंने एक्शन और गन चलाने की ट्रेनिंग ली . इस सीरीज में मैंने मैन्युअल एसयूवी कार चलाई है. यह मेरे लिए बिल्कुल ही अलग अनुभव था क्योंकि मेरी निजी गाड़ी ऑटोमैटिक है. इस सीरीज की कहानी 15 साल आगे पीछे भी जाती है ,जिस वजह से मेरा लुक भी इस सीरीज में अलग – अलग दिखेगा.
यह आपका पहला पुलिसिया किरदार है ,वर्दी पहनने का एहसास कैसा था ?
मुझे लगता है कि वर्दी वाले किरदार के साथ असली शारीरिक अभिव्यक्ति तभी आती है, जब आप वर्दी में आते हैं. आप पुलिस की वर्दी पहनते हैं, तो आपको जिम्मेदारी का एहसास होता है. यह एहसास मुझे भी हुआ है. खासकर जब आप टोपी पहनते हैं. जब आप वर्दी में होते हैं और सैल्यूट देते हैं, तो यह आपको बहुत ही अलग तरह की जिम्मेदारी और कर्तव्य की भावना देता है. मुझे लगता है कि ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि हमने वर्दी को इसी नजर देखा है. आप इस काम की गंभीरता और इस काम के साथ आने वाली ज़िम्मेदारी को जानते हैं.
महिला पुलिस अधिकारियों को लेकर एक सोच जो आप बदलना चाहती हैं ?
महिला पुलिस अधिकारी सुंदर नहीं हो सकती हैं। उनको सख्त और टफ दिखना होगा. मैं बताना चाहूंगी कि राघव की भाभी इतनी खूबसूरत है. वह एक आईपीएस अधिकारी है. उसके भाई की शादी थी.हम सब शादी में शामिल होने गए थे. उस दौरान ही हम उसकी भाभी से मिले थे.
यह एक क्राइम ड्रामा थ्रिलर सीरीज है ,इसकी यूएसपी आप क्या कहेंगी ?
मैं मानती हूं कि ओटीटी पर हमने बहुत सारे क्राइम ड्रामा थ्रिलर देखे हैं लेकिन यह अलग है क्योंकि निर्देशक उमेश बिष्ट की कहानियों में गहराई है और उसमें मानवीय स्पर्श है. इसके साथ ही यह प्रासंगिक है, जिस वजह से यह सीरीज को भावनात्मक भी बनाता है। हम सभी के पास अपने-अपने ट्रैक हैं ,लेकिन वे आपको बांधे रखते हैं।
आपने मटका किंग की शूटिंग शुरू कर दी?
हां,मैंने अभी काम शुरू किया है. इसके अलावा मैं अलग-अलग चीजें भी कर रही हूं.मैं एक फिल्म का पैच वर्क भी शूट कर रही हूं, जो मैंने पहले शूट किया था. मैं सही समय पर इन सबके बारे में बात करूंगी .